नागरिकता संशोधन विधेयक (CAB) को लेकर पूर्वोत्तर राज्यों के लोगों में ज़बरदस्त ग़ुस्सा है। बिल के विरोध में सड़कों पर प्रदर्शन किए जा रहे हैं और कई जगह बंद के हालात हैं। लोगों के इस गुस्से का सामना अब बीजेपी नेताओं को भी करना पड़ रहा है।
ख़बर है कि गुवाहाटी में मंगलवार दोपहर को बीजेपी के असम प्रदेश अध्यक्ष रंजीत कुमार दास के काफिले पर प्रदर्शनकारियों ने उस वक्त हमला बोल दिया, जब वह राजधानी दिसपुर जा रहे थे। बताया जा रहा है कि उनके काफिले में असम के मंत्री नाबा कुमार डोली और सिद्धार्थ भट्टाचार्य भी थे।
ये घटना मंगलवार दोपहर 2 बजे के आसपास गुवाहाटी में जीएस रोड पर सिक्स माइल फ्लाईओवर के पास हुई। अंग्रेज़ी न्यूज़ वेबसाइट ईस्ट मोजो की ख़बर के मुताबिक, ये घटना तब हुई जब बीजेपी नेताओं का काफिला राजधानी दिसपुर के लिए जा रहा था, तभी खानापारा की तरफ से आ रहे करीब 100 प्रदर्शनकारियों ने फ्लाईओवर पर ही काफिले को रोक दिया और उसपर पथराव करना शुरु कर दिया।
इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने बीजेपी नेताओं के ख़िलाफ़ जमकर नारेबाज़ी की उन्हें वापस जाने को कहा। लोगों के प्रदर्शन को देखते हुए बीजेपी नेता को वापस लौटना पड़ा। लेकिन इसके बाद भी लोगों का प्रदर्शन जारी रहा। थोड़ी देर बाद ही उसी फ्लाईओवर पर मोरीगांव के विधायक रमाकांत देवरी का काफिला आया और उसे भी लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा। प्रदर्शनकारियों ने देवरी के काफिले पर भी हमला बोल दिया, जिसके बाद उन्हें भी वापस लौटना पड़ा।
Convoys of BJP State President, Ranjit Das and Morigaon MLA Ramakant Deoribeing chased away by public protestors on Six Mile Flyover
Courtesy: Sidartha Sarma@RanjeetkrDass @BJP4Assam @BJP4India #CitizenshipAmendmentBill2019 #CitizenshipAmendmentBill @AmitShah @himantabiswa pic.twitter.com/U3Ka70zn4t
— G Plus (@guwahatiplus) December 10, 2019
बता दें कि पूर्वोत्तर राज्यों में नागरिकता संशोधन विधेयक का सबसे ज़्यादा विरोध हो रहा है। पूर्वोत्तर राज्यों के स्वदेशी लोगों का मानना है कि इस नागरिकता बिल के ज़रिए जिन शरणार्थियों को नागरिकता मिलेगी। उनसे उनकी पहचान, भाषा और संस्कृति खतरे में पड़ जाएगी।
पूर्वोत्तर राज्यों के मूल निवासियों का मानना है कि इस बिल के आते ही वे अपने ही राज्य में अल्पसंख्यक बन जाएंगे और इस बिल से उनकी पहचान और आजीविका पर खतरा मंडराने लगेगा।