
भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आज मुजफ्फरनगर में बिना इजाजत विरोध प्रदर्शन में पहुंच गए। यह प्रदर्शन बीते 2 अप्रैल के भारत बंद में गिरफ्तार दलितों की रिहाई की मांग को लेकर आयोजित किया गया था।
जिला प्रशासन द्वारा इजाजत न मिलने के बाद भी अपने साथियों की गिरफ्तारी से नाराज़ दलितों ने इस विरोध प्रदर्शन में बढ़-चढ़कर हिस्सा और बड़ी तदाद में प्रदर्शन स्थल तक पहुंच गए।
इस दौरान भीम आर्मी की तरफ से जिला अधिकारी को एक ज्ञापन भी सौपा गया है। अपने इस ज्ञापन में भीम आर्मी ने मांग की है कि जेल में बंद उनके दलित साथियों की तुरन्त रिहाई ओर भारत बंद के दौरान शहीद हुए साथियों के परिवारों को एक करोड़ मुआवजा व सरकारी नौकरी दी जाएं। इसी के साथ ही इस ज्ञापन में दलितों को प्राथमिकता के आधार पर गन लाइसेंस दिये जाएं।
अभी मुजफ्फरनगर प्रशासन के अधिकारियों ने आकर हमसे ज्ञापन लिया जिसमे हमने डिमांड की है कि जेल में बंद हमारे साथियों की तुरन्त रिहाई ओर भारत बंद के दौरान शहीद हुए साथियों के परिवारों को एक करोड़ मुआवजा व सरकारी नौकरी, प्राथमिकता के आधार पर हमारे समाज को गन लाइसेंस दिये जाएं। जय भीम pic.twitter.com/mSBQKyJual
— Chandra Shekhar Aazad (@BhimArmyChief) December 1, 2018
इस विरोध प्रदर्शन में पहुंचे चंद्रशेखर ने अपने इस प्रदर्शन की जानकारी पहले ही सोशल मीडिया पर दे दी थी।
चंद्रशेखर ने ट्वीटर पर ट्वीट कर बताया था कि वह 2 अप्रैल के भारत बंद में गिरफ्तार हुए अपने दलित साथियों की रिहाई के लिए मुजफ्फरनगर में विरोध प्रदर्शन करेंगें।
इस ट्वीट में चंद्रशेखर यह भी बताया था कि प्रशासन द्वारा उन्हे इस प्रदर्शन की इजाजत नहीं दी गई है।