भाजपा सांसद मनसुख वसावा ने दिया इस्तीफा
एक तरफ उत्तर प्रदेश से भाजपा विधायक अवतार सिंह भड़ाना ने किसान आंदोलन के समर्थन में आज पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। दूसरी तरह गुजरात से भी भाजपा के लिए बुरी खबर सामने आई है।
भाजपा के गढ़ गुजरात के भरूच से लोकसभा सांसद मनसुख वसावा ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने कल गुजरात के प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सी आर पाटिल को पत्र लिखकर इस्तीफे की जानकारी दी है।
इसके साथ ही उन्होंने यह भी ऐलान किया है कि वह जल्द ही संसद की सदस्यता से भी इस्तीफा देने वाले हैं। हालांकि अब तक मनसुख वसावा के इस्तीफा देने का कारण स्पष्ट नहीं हो पाया है।
बता दें, भाजपा नेता मनसुख वसावा का यह इस्तीफा लोकसभा सत्र शुरू होने से पहले आया है। मनसुख वसावा, भाजपा के कद्दावर नेताओं में गिने जाते हैं। वह 6 बार लोकसभा सांसद रह चुके हैं।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सी आर पाटिल को भेजे गए पत्र में मनसुख वसावा ने लिखा है कि उन्होंने कई सालों तक भाजपा के साथ वफादारी निभाई है। उन्होंने पार्टी के सिद्धांतों का पालन करने में हमेशा सावधानी बरती है। लेकिन आखिरकार मैं भी एक इंसान हूं। इंसान से गलती हो जाती है। इसीलिए मैं अब पार्टी से इस्तीफा दे रहा हूं।
गौरतलब है कि मनसुख वसावा आदिवासी समुदाय से ताल्लुक रखते हैं। वह अपने बयानों की वजह से चर्चा में बने रहते हैं। हाल ही में उन्होंने गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी को एक पत्र लिखा था। जिसमें उन्होंने राज्य में आदिवासी महिलाओं की तस्करी का मुद्दा उठाया था।
भाजपा सांसद मनसुख वसावा का कहना है कि पार्टी में उनकी बात नहीं सुनी जा रही है। पिछले कुछ दिनों से वह पार्टी के काम काज के तरीकों से नाखुश नजर आ रहे थे।