जब संसद में मालेगांव धमाके की आरोपी और भाजपा सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने महात्मा गांधी के हत्यारे गोडसे को देशभक्त बताया था… तब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुःख जताते हुए कहा था, ‘उन्होंने भले ही माफी मांग ली हो, लेकिन मैं दिल से कभी उन्हें माफ नहीं कर पाऊंगा।’
उस वक्त महात्मा गांधी को गाली देने और गोडसे को हीरो बनाने के ट्रेंड के संघ की शाखा से निकालकर मेनस्ट्रीम किया जा रहा था। मेनस्ट्रीमिंग का ये काम अब पूरा हो चुका है। भाजपा नेता अब खुलकर गांधी की हत्या को जायज ठहरा रहे हैं। गांधी को गाली देने वालों और गोडसे की पूजा करने वालों का हर संभव बचाव कर रहे हैं।
कुल मिलाकर बात ये है कि भाजपा वाले अब खुलकर गांधी से अपनी नफरत को स्वीकर करने लगे हैं। ताजा मामला धर्म गुरु कालीचरण महाराज से जुड़ा है, जिसने छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में आयोजित धर्म संसद में महात्मा गांधी को गाली दी थी और गांधी की हत्या के लिए नाथूराम गोडसे की सराहना की थी।
उत्तराखंड के धर्म संसद के बाद गर्म हुआ माहौल रायपुर के धर्म संसद के बाद उबाल मारने लगा था। उत्तराखंड में तो भाजपा की सरकार होने की वजह से कार्रवाई में तेजी नहीं दिखी। लेकिन छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार ने त्वरित कार्रवाई की है।
FIR तो दर्ज हो चुकी थी। अब खबर आ रही है कि छत्तीसगढ़ पुलिस ने मध्य प्रदेश के खजुराहो से कालीचरण को गिरफ्तार कर लिया है। छत्तीसगढ़ पुलिस की इस कार्रवाई से मध्य प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा बेहद नाराज हैं। उनका कहना है कि छत्तीसगढ़ पुलिस को मध्य प्रदेश पुलिस को इन्फॉर्म करना चाहिए था। बिना एमपी पुलिस को सूचना दिए कार्रवाई करना संघीय ढांचे के खिलाफ है।
वहीं छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पुलिस की कार्रवाई को जायज ठहराते हुए कहा है ‘न्याय में इतना विलम्ब नहीं होना चाहिए कि वो अन्याय लगने लगे’
न्याय में इतना विलम्ब नहीं होना चाहिए कि वो अन्याय लगने लगे. #ThursdayThoughts
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) December 30, 2021
इस बीच छत्तीसगढ़ के पूर्व मंत्री और बीजेपी विधायक ब्रजमोहन अग्रवाल खुलकर गोडसे समर्थक कालीचरण के समर्थन में उतर गए हैं। गांधी की हत्या का जश्न मनाने वाले कालीचरण की गिरफ्तारी को गलत बताते हुए ब्रजमोहन अग्रवाल ने कहा है, ‘ऐसी कार्रवाई शासन का दुरुपयोग है और गांधी के सिद्धांतों के भी खिलाफ है’
फिलहाल भाजपा विधायक ब्रजमोहन अग्रवाल कालीचरण की रिहाई के लिए ‘रिलीज कालीचरण’ मुहिम चला रहे हैं।