देश में महंगाई अपने चरम पर है। पेट्रोल-डीज़ल के दाम जहां आए दिन नए रिकॉर्ड्स बना रहे हैं, वहीं प्याज़ के बढ़ते दाम जनता को रुला रहे हैं। लेकिन इसके बावजूद देश में चर्चा महंगाई पर नहीं बल्कि हिंदू-मुस्लिम पर हो रही है। बहस इसपर हो रही है कि देश के मुसलमानों को उनका हक़ मिलना चाहिए या दूसरे देशों से आए ग़ैर-मुस्लिमों को हक़ दिया जाना चाहिए।
देश में छिड़ी इसी हिंदू-मुस्लिम बहस पर ओलिंपिक मेडलिस्ट भारतीय बॉक्सर विजेंदर सिंह ने ज़ोरदार कटाक्ष किया है। उन्होंने बुधवार को एक ट्वीट कर लिखा, “जब मसाला हिंदू-मुसलमान वाला अच्छा लगने लगे तो कौमें प्याज की चिंता नहीं करतीं। बस कह रहा हूं”।
जब मसाला हिन्दू मुस्लमान वाला अच्छा लगने लगे वो कौमें "प्याज" की चिंता नहीं करतीं? #JustSaying
— Vijender Singh (@boxervijender) December 11, 2019
बता दें कि इस वक्त देशभर में नागरिकता संशोधन (CAB) बिल को लेकर बहस छिड़ी हुई है। इस बिल में तीन पड़ोसी देशों से आए तमाम ग़ैर-मुस्लिम को भारत की नागरिकता देने का प्रावधान है। मुसलमानों को इस बिल में कोई राहत नहीं दी गई है। जिसको लेकर सवाल उठ रहे हैं और देशभर में इसपर बहस की जा रही है।
जहां सत्तारूढ़ बीजेपी और उसके समर्थक इस बिल को हिंदुओं के पक्ष में बताते हुए सरकार द्वारा उठाया गया एक ऐतिहासिक कदम बता रहे हैं, वहीं विपक्ष और सेक्युलर जमात के लोग इस बिल को मुसलमानों और संविधान के खिलाफ बताते हुए इसका विरोध कर रहे हैं।
मीडिया-सोशल मीडिया से लेकर गली-चौराहों तक पर इसी मुद्दे पर चर्चा की जा रही है। इस चर्चा के शोर में महंगाई और बदहाल अर्थव्यवस्था जैसे गंभीर मुद्दे दब गए हैं। कुछ लोगों का ये भी मानना है कि सरकार जानबूझकर CAB के मुद्दे को लेकर आई है, जिससे वो देश के मूलभूत मुद्दों को दबा सके। सरकार चाहती है कि उससे महंगाई और गिरती अर्थव्यवस्था पर सवाल न पूछे जाएं इसलिए वह CAB के मुद्दे को हवा दे रही है।