कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ था। जिसमें वो पीएम मोदी समेत बीजेपी प्रेसिडेंट अमित शाह के वादों पर तंज कसते हुए कहते है।
ये ऐसे सपने दिखाते हैं जैसे कहते हों कि मैं एक ऐसी फैक्ट्री लगाऊंगा जिसमें मशीन में एक तरफ से आलू जायेगा और दूसरी तरफ से सोना निकलेगा। उस वक्त राहुल के इस वीडियो को चालाकी से काटा गया और उनका जमकर मजाक बनाया गया था।
अब फिर ऐसा ही कुछ हुआ मगर इस बार काम आईटी सेल वालों ने नहीं बल्कि खुद स्मृति ईरानी ने किया है। जिसके चलते उनके खिलाफ चुनाव आयोग में एक शिकायत भी दर्ज की गई है।
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दरअसल राजधानी दिल्ली में कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधाते हुए कहा जिस मसूद अजहर के जैश ने पुलवामा में आतंकी हमला किया, उसी मसूद अजहर को बीजेपी की पिछली सरकार ने छोड़ा था और आज के NSA उसे कंधार छोड़ कर आए थे।
इसी दौरान राहुल गांधी ने मसूद अजहर को ‘मसूद अजहर जी’ कहा, जिसपर भारतीय जनता पार्टी आग बबूला हो उठी। टीवी डिबेट्स से लेकर सोशल मीडिया तक बीजेपी ने राहुल को घेरना शुरू कर दिया।
इसी वीडियो को स्मृति ईरानी ने 6 सेकंड का काटकर सोशल मीडिया पर वायरल करवाने की कोशिश की और लिखा राहुल गांधी और पाकिस्तान में क्या समानता है? इनका आतंकवादियों के लिए प्यार।
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इसी वीडियो पर शिवम शंकर सिंह नाम के एक शख्स ने चुनाव आयोग से शिकायत दर्ज करवाते हुए लिखा- मैंने चुनाव आयोग में स्मृति ईरानी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। क्योंकि उन्होंने आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन किया है। उन्होंने राहुल गांधी का 6 सेकंड का वीडियो डालकर राहुल को आतंकवादियों का हमदर्द बताया।
I have filed a complaint with the Election Commission against Smt. Smriti Irani for violation of the Model Code of Conduct for posting a maliciously edited 6 second clip of @RahulGandhi and using it to claim that he is a terrorist sympathizer. 1/3 pic.twitter.com/3koSaiLU9d
— Shivam Shankar Singh (@ShivamShankarS) March 11, 2019
यह सिर्फ आचार संहिता के एमसीसी प्वाइंट (2) पर हमला नहीं है, बल्कि 6 सेकंड की क्लिपिंग को नकली खबर फैलाने के तौर पर भी समझा जा सकता है। एक विपक्षी नेता को आतंकवादी हमदर्द कहना भी उत्पीड़न और नफ़रत की भाषा है।
Not only is a personal and unsubstantiated attack against (1) General Conduct, Point (2) of MCC, but a 6 second clipping taken out of context can also be deemed to be spreading fake news. Calling an opposition leader a terrorist sympathiser is also harassment and hate speech. 2/3
— Shivam Shankar Singh (@ShivamShankarS) March 11, 2019
उन्होंने लिखा, “देखते हैं कि चुनाव आयोग सोशल मीडिया पर इस तरह के दुर्भावनापूर्ण सामग्री के प्रसार को रोकने के बारे में कितना गंभीर है। क्या वह एक केंद्रीय मंत्री के ख़िलाफ़ कार्रवाई करेगा?
Lets see how serious the election commission is about preventing the spread of such malicious content on social media. Will they act even when the offender is a Union Minister? 3/3 @SpokespersonECI
— Shivam Shankar Singh (@ShivamShankarS) March 11, 2019
अगर स्मृति ईरानी द्वारा पोस्ट किया 6 सेकंड का वीडियो दुर्भावनापूर्ण नहीं है तो ईरानी आप बता सकती हैं कि वह अजहर के संबंध में सम्मान नहीं दिखा रहे हैं। नाम का उल्लेख तीन बार किया है, “जी” का इस्तेमाल एक बार वह भी डोभाल की कार्रवाई पर तंज़ कसते हुए।
Full video: https://t.co/H2u92iL7UE
If not for the malicious 6 second cut posted by Smt. Irani you can tell he isn’t showing respect to Azhar. Name mentioned thrice, “Ji” used once to sarcastically comment on Doval’s actions.
— Shivam Shankar Singh (@ShivamShankarS) March 12, 2019