ट्विटर ने संबित पात्रा के टूलकिट वाले ट्वीट के बाद अब भाजपा के ही 5 अन्य नेताओं के ट्वीट पर मैनिप्युलेटेड मीडिया का टैग लगा दिया है।

राज्यसभा सांसद विनय सहस्रबुद्धे, राष्ट्रीय सोशल मीडिया इनचार्ज प्रीति गांधी, आंध्रप्रदेश सह प्रभारी सुनील देवधर, मीडिया पैनलिस्ट चारू प्रज्ञा और भाजपा दिल्ली के महासचिव कुलजीत सिंह चहल के ट्वीट्स पर ट्विटर ने ये कार्यवाही की है। बता दें कि ये सभी वेरिफाइड अकाउंट्स हैं।

संबित पात्रा सहित इन सभी नेताओं ने फर्जी टूलकिट को आधार बनाकर भ्रामक ट्वीट किए थे। उन्होंने कथित तौर पर आरोप लगाया था कि कांग्रेस ने मोदी सरकार को निशाना बनाने के लिए एक ‘टूलकिट’ तैयार किया था।

बीजेपी ने बाद में यह भी दावा किया था कि कथित टूलकिट की रचनाकार कांग्रेस की कार्यकर्ता सौम्या वर्मा हैं जो विपक्षी पार्टी के शोध विभाग के प्रमुख राजीव गौड़ा के कार्यालय से संबद्ध हैं।

ट्विटर ने पहले भी संबित पात्रा पर तोड़ मरोड़ कर तथ्य पेश करने पर ठीक इसी तरह की कार्यवाही की थी।

साल 2021 में 30 जनवरी को संबित पात्रा ने ट्वीट करते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का एक वीडियो शेयर किया था जिसमें वो किसान विरोधी नए कृषि कानूनों का समर्थन करते दिख रहे थे।

जांच करने पर साफ हो गया कि वीडियो एडिटेड है और केवल अफवाह फैलाने के उद्देश्य से शेयर किया जा रहा है।

पात्रा ने तब भी कई दिनों के बाद अपना वो ट्वीट हटाया था और इस बार भी उन्होंने अपना ट्वीट हटाने में काफी समय लिया। इतना ही नहीं भाजपा के एक स्टार प्रवक्ता के ट्वीट पर जब इस तरह के आरोप लगाए गए, उसके बाद भी अन्य नेताओं ने कोई सीख नहीं ली और बेधड़क ट्वीट करते गए।

कांग्रेस और भाजपा के नेताओं और समर्थकों के बीच सोशल मीडिया पर टूलकिट के मुद्दे को लेकर तीखी बहस चल रही है।

कोरोना महामारी की दूसरी लहर को रोक पाने में असफल होने के बाद भाजपा ने कांग्रेस पर आरोप लगाए हैं कि वो हॉस्पिटलों में बेड्स ब्लॉक करके रख रही है ताकि जनता के बीच सरकार की विफलता दिखा सके।

स्मृति इरानी, पीयूष गोयल, अनुराग ठाकुर और जे.पी. नड्डा सहित भाजपा के कई बड़े नेताओं ने #CongressToolkitExposed हैशटैग के साथ टूलकिट मामले पर ट्विटर और अन्य माध्यमों से बेबुनियाद बहस की।

जवाब में कांग्रेस के राजीव गौड़ा ने ट्वीट करते हुए लिखा कि, “ट्विटर ने ‘डॉक्टर’ पात्रा पर तोड़ मरोड़ कर मीडिया पेश करने का टैग लगाया है। भाजपा के नेताओं और मंत्रियों ने जाली टूलकिट का मुद्दा केवल अपनी अव्यवस्था और विफलता छुपाने के लिए उठाया है। आपके झूठ बहुत हुए। आपके झूठे नेताओं पर जरा भी विश्वास बाकी नहीं है। इस्तीफा दीजिए।”

सरकार ने ट्विटर से मैनिप्युलेटेड मीडिया का टैग हटाने की मांग की है और ऐसा नहीं होने पर ट्विटर की विश्वसनीयता पर भी सवाल खड़े किए हैं।

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