केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी का मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में प्रमोशन हुआ। पहले कार्यकाल में उन्हें जहां मानव संसाधन मंत्रालय दिया गया था, वहीं दूसरे कार्यकाल में उन्हें महिला एवं बाल विकास मंत्री बना दिया गया। मगर पहले कार्यकाल की तरह इस कार्यकाल में वो असफल साबित हुई है।

ऐसा इसलिए क्योंकि मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में दलित छात्र रोहित वेमुला की आत्महत्या भी खासा चर्चा में रही थी। अब जब स्मृति महिला एवं बाल विकास मंत्री बनी है तो बिहार में अज्ञात बीमारी से कई मासूमों की जान चली गई।

मगर स्मृति ईरानी जो हर छोटी सी बड़ी बात सोशल मीडिया पर शेयर करती है। वो इस मामले पर खामोश है। वो अपनी बेटी को ट्रोल किये जाने पर उसे लड़ने की हिम्मत तो दे सकती है। मगर बिहार में मर रहे मासूम बच्चों की मौतों पर उन परिवारों के लिए एक ट्वीट तक नहीं कर सकती है।

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इसी मामले पर कांग्रेस प्रवक्ता राधिका खेरा ने सोशल मीडिया पर लिखा- हमारे देश की महिला एवं बाल विकास मंत्री कौन है? मंत्री साहिबा कहाँ हैं? मुज़फ़्फ़रपुर के बच्चों के बारे में कुछ बोली या ट्वीट किया क्या? बिहार गई क्या?

बता दें कि बिहार में चमकी बुखार से लगातार बच्चों की मौत हो रही हैं। अब तक मौत का आंकड़ा 167 तक पहुंच चुका है। वहीं करीब 650 से अधिक मरीज अब भी इस बीमारी का शिकार है।

जिसमें सिर्फ मुजफ्फरपुर में ही 580 इस बीमारी का शिकार बन चुके है जिनमें से 129 बच्चों की मौत हो चुकी। वहीं SKMCH और केजरीवाल अस्पताल में 131 बच्चे इलाजरत हैं।

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