रेलवे NTPC और ग्रुप-डी की परीक्षा का विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा। परीक्षा में हुई धांधली और छात्रों पर हुए लाठीचार्ज के विरोध में आज विपक्षी दलों और छात्र संगठनों द्वारा बिहार में बंद का ऐलान किया गया है।
अभ्यार्थियों के समर्थन में राजद, जाप, कांग्रेस, हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा, विकासशील इंसान पार्टी, CPI, CPM, CPIML और VIP जैसे विपक्षी दल के कार्यकर्ता सड़कों पर हैं। दरभंगा और सुपौल में ट्रेनों को रोका कर छात्र और विपक्षी दलों के कार्यकर्त्ता बड़ी तादात में पटरियों पर बैठे हैं।
वही पटना, मोतिहारी, वैशाली समेत कई जिलों में सड़क यातयात भी प्रभावित हुआ है। छात्र पिछले कई दिनों से रेलवे NTPC के रिजल्ट में हुई कथित धांधली और ग्रुप-डी की परीक्षा में एक और परीक्षा जोड़ने का विरोध कर रहे हैं।
बिहार के पालीगंज से CPIML विधायक संदीप सौरभ ने कहा है मामला महज़ NTPC या ग्रुप डी बहाली तक नहीं है! हमारी ये भी माँग है कि रेलवे में सभी खाली पद भरे जायें; रेलवे कैलेंडर जारी और फॉलो हो! हर बहाली को ‘पंचवर्षीय योजना’ बनाने की नीति बंद की जाए! साथ ही रेलवे के निजीकरण की नीति वापस लिया जाए! ये निजीकरण के खिलाफ युवा बिहार की हूंकार है! आंदोलन जारी रहेगा…
सदीप सौरभ ने के बिहार बंद के दौरान अपने विधानसभा क्षेत्र में दुल्हीनबाज़ार और पालीगंज के बाद पटना के डाकबंगला चौराहा पर भागीदारी की।
अभ्यार्थियों ने पहले अपना विरोध सोशल मीडिया के माध्यम से दर्ज कराया था। लेकिन जब RRB और रेल मंत्रालय ने नहीं सुनी तो 24 जनवरी को पटना में रेल की पटरियों पर आ गए। 25 तारीख को ही उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में भी अभ्यार्थियों ने प्रदर्शन किया था, जिसके बाद पुलिस ने जमकर बर्बरता की थी।
अपने हक के लिए आवाज उठा रहे अभ्यार्थियों पर हुई बर्बरता का देश के विभिन्न क्षेत्र के लोगों ने निंदा की। दबाव में आकर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को इस मामले पर एक कमेटी बनानी पड़ी, जो 3 मार्च तक अपनी रिपोर्ट सौंपेगी। हालांकि छात्र इस कमेटी से संतुष्ट नहीं हैं।