किसानों के हक़ में आवाज़ उठाने वाली विदेशी हस्तियों के ख़िलाफ़ अब भारत की नरेंद्र मोदी सरकार ने कार्रवाई शुरु कर दी है।
दिल्ली पुलिस ने पर्यावरण एक्टिविस्ट ग्रेटा थनबर्ग के ख़िलाफ़ FIR दर्ज की है। ग्रेटा ने मंगलवार को किसान अंदोलन के समर्थन में एक ट्वीट किया था।
दिल्ली पुलिस का आरोप है कि ग्रेटा ने भारत के आंतरिक मामले में भड़काऊ ट्वीट किया है। पुलिस ने उनके ख़िलाफ़ आईपीसी की धारा- 153 A, 120 B के तहत एफआईआर दर्ज की है।
ग्रेटा ने किसानों के समर्थन में किए गए अपने ट्वीट में भारत की सत्तारूढ़ पार्टी पर सवाल खड़े किए थे।
उन्होंने अपने ट्वीट में कहा था, “हम भारत में किसान आंदोलन के समर्थन में एकजुटता से खड़े हैं”।
इसके साथ ही उन्होंने दूसरे ट्वीट में एक डॉक्यूमेंट शेयर किया था, जिसमें भारत सरकार पर अंतरराष्ट्रीय दबाव बनाने की कार्ययोजना साझा की गई थी और पांच चरणों में दबाव बनाने की बात कही गई थी।
हालांकि बाद में जब इसे भारत विरोधी प्रोपेगेंडा बताया जाने लगा तो उन्होंने अपना ट्वीट डिलीट कर दिया। ग्रेटा के इसी ट्वीट को दिल्ली पुलिस ने भड़काऊ करार दिया है और उनके खिलाफ केस दर्ज किया है।
दिल्ली पुलिस द्वारा FIR दर्ज किए जाने के बाद ग्रेटा ने एक और ट्वीट कर साफ़ कर दिया है कि वो पीछे हटने वाली नहीं हैं।
उन्होंने कहा, ”मैं अब भी किसानों के साथ खड़ी हूं और उनके शांतिपूर्ण विरोध का समर्थन करती हूं। नफरत, धमकी या मानवाधिकारों के उल्लंघन की किसी भी कोशिश यह बदलेगी नहीं।”
I still #StandWithFarmers and support their peaceful protest.
No amount of hate, threats or violations of human rights will ever change that. #FarmersProtest— Greta Thunberg (@GretaThunberg) February 4, 2021