भारतीय सेना की पूर्व कैप्टन शालिनी सिंह ने प्रधानंमत्री नरेंद्र मोदी की शहीदों के नाम पर वोट मांगने की अपील की कड़े शब्दों में आलोचना की है। इसके साथ ही उन्होंने लोगों से अपील की है कि वो जवानों की शहादत के लिए नहीं बल्कि उनकी सुरक्षा के लिए वोट दें।
शुक्रवार को शालिनी सिंह ने एक वीडियो जारी कर कहा, “मैंने कल अपने प्रधानमंत्री जी का एक भाषण सुना, उसमें उन्होंन फर्स्ट टाइम वोटर्स से अपील की कि जब आप लोग वोट देने जाएं तो पुलवामा अटैक को याद करें। जो हमारे जवान शहीद हुए हैं उनको याद करें और बालाकोट एयर स्ट्राइक जिन बहादुरों ने की, उनको याद करके उनके नाम पर वोट दें”।
पूर्व कैप्टन ने पीएम मोदी के इस बयान पर दुख जताते हुए कहा, “मुझे बहुत ज़्यादा दुख हुआ यह सुनकर कि अब हम राजनीति करने के लिए जीतने के लिए उन शहीद जवानों को इस्तेमाल करेंगे, जिन वीर सैनिकों ने अपने प्रांण दिए। जिन लोगों ने एयर स्ट्राइक की, उनको यूज़ करेंगे। यह इतनी ज़्यादा ग़लत बात है”।
उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा, “मैं यह जानना चाहती हूं प्रधानमंत्री जी से कि उन 40 जवानों को आपने बचाने के लिए क्या किया? क्या हमारी इंटेलिजेंस इसके लिए ज़िम्मेदार नहीं है? एयर स्ट्राइक अगर हमने की तो वह 40 जवान की शहादत के बाद क्यों की, हम पहले भी तो कर सकते थे। पहले आप अपने इंटेलिजेंस से पता लगा लेते। इस चीज़ को आप अपनी जीत मानते हैं”?
पूर्व कैप्टन ने कहा, “मैं इसको बहुत बड़ी नाकामी मानती हूं। 40 जवानों का शहीद होना बहुत बड़ी बात है, यह देश को बड़ा धक्का है। इतने परिवार अनाथ हो गए। कितने मां-बाप के बच्चे चले गए। और आप उनके नाम पर वोट मांग रहे हैं? यह बहुत दुखद बात है”।
उन्होंने वोटरों से अपील करते हुए कहा, “मैं सभी फर्स्ट टाइम वोटर्स और उन वोटर्स जिन्होंने पहले वोट डाला है से निवेदन करती हूं कि आप वोट उस नेता को दीजिए जो जवानों की सुरक्षा पर वोट मांगे, सुरक्षा की ज़िम्मेदारी ले न कि जवानों की शहादत पर वोट मांगे। जय हिंद”।
बता दें कि इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाराष्ट्र की लातूर रैली में सेना और सेना की कार्रवाई के नाम पर बीजेपी को वोट देने की अपील की थी। उन्होंने लातूर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, “संकल्प लीजिए, जो पहला वोट डालने जा रहे हैं, मैं पूछता हूं क्या आपका पहला वोट बालाकोट में एयर स्ट्राइक करने वाले वीर जवानों के नाम हो सकता है क्या? आपका पहला वोट पुलवामा में जो वीर शहीद हुए, उनके नाम समर्पित हो सकता है क्या”?