उत्तर प्रदेश के सोनभद्र में हुए नरसंहार में मारे गए पीड़ित परिवारों से मिलने की जिद पर अडीं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी से 24 घंटे बाद कुछ पीड़ित परिवारों ने मुलाकात की। इस दौरान पीड़ित प्रियंका गांधी के गले मिलकर रोते दिखाई दिए और अपनी परेशानियों को बयान किया। प्रशासन ने प्रियंका गांधी को सोनभद्र जाने से रोक दिया थाम लेकिन पीड़ित परिवार खुद सोनभद्र से चलकर प्रियंका गांधी से मिलने पहुँच गए।
खबरों के मुताबिक पीड़ित परिवारों को जब पता चला कि प्रियंका गांधी को यूपी पुलिस द्वारा मिर्जापुर में चुनार गेस्ट हाउस में रोक दिया गया है तो, पीड़ित परिवार खुद 70 किलोमीटर पैदल चलकर और 20 किलोमीटर ट्रैक्टर के जरिए प्रियंका गांधी से मिलने आ गए।
.@priyankagandhi जी को @UPGovt के अलोकतांत्रिक तरीके द्वारा सोनभद्र के पीड़ितों से मिलने से रोके जाने से वे लोग ख़ुद भी आहत हैं।
उनमें से कुछ आज स्वयं प्रियंका जी से मिलने चुनार आए, 70 किलोमीटर पैदल और 20 किलोमीटर ट्रैक्टर की मदद से।#PriyankaForPeople #PriyankaFightsForPeople pic.twitter.com/y8uMyOEffe— Lalitesh Pati Tripathi (@IncNiku) July 20, 2019
वहीं पीड़ित परिवार के पक्ष के एक शख्स ने मीडिया को बताया कि, “हमें पता चला कि प्रियंका दीदी हमसे मिलने आई हैं लेकिन प्रशासन ने उनको हिरासत में ले लिया और उन्हें ऐसी जगह ले गए जहां उनसे कोई नहीं मिल सकता था। इसीलिए हमने तय किया कि हम चुनाव जाकर उनसे मिलेंगे।”
शख्स ने आगे कहा कि, “हमारे गांव के लोगों पर 90 से 95 केस दर्ज किए गए हैं। उन्हें फर्जी केस में फंसाकर पुलिस और कोर्ट के चक्कर लगवाए जा रहे हैं। प्रशासन भी आरोपियों के साथ मिला हुआ है। घटना वाले दिन उन्हें पुलिस स्टेशन से कहा गया कि थाने आओ और सारा मामला सुलझ जाएगा।”
Family member of a victim of Sonbhadra firing incident: We got to know that Priyanka didi has come to meet us, but administration has arrested her & taken her to a place where no one can meet her. So, we decided to come & meet her in Chunar. pic.twitter.com/Z50cdgrkzg
— ANI UP (@ANINewsUP) July 20, 2019
वहीं मीडिया और सोशल मीडिया में वायरल हो रहे वीडियो में प्रियंका गांधी पीड़ित आदिवासी महिलाओं के गले मिलकर उनके दुःख में शरीक हो रही हैं। महिलाएं फफक-फफककर रो रहीं हैं, इस दौरान प्रियंका गांधी भी भावुक हो गईं। शुक्रवार को प्रियंका गांधी ने कहा था कि, ‘प्रशासन न हमें मिलने दे रहा है और पीड़ित परिवारों को भी यहां आने से रोक रहा है।’
फोटो साभार- ANI