मोदी सरकार के नए कृषि कानूनों के खिलाफ़ किसानों का आंदोलन जारी है। किसान 14 दिनों से लगातार अपनी मांगों को लेकर सड़कों पर हैं, लेकिन सरकार उनकी मांगें मानने को तैयार नहीं है। जिससे नाराज़ किसानों ने अब कॉर्पोरेट्स का बहिष्कार करने का बड़ा ऐलान कर दिया है।

किसानों का कहना है कि सरकार जिसे फायदा पहुंचाने के लिए कानून लाई है, हम उस रिलायंस और अडाणी ग्रुप के प्रोडक्ट्स का बहिष्कार करेंगे।

किसान नेताओं ने यहां मीडिया से बात करते हुए कहा कि सरकार ने ये कानून कॉर्पोरेट्स के लिए लागू किया है। अब हम इन कॉर्पोरेट्स को ही सबक सिखाएंगे।

किसान नेताओं ने कहा कि हम जियो सिम से लेकर रिलायंस के सभी सामानों का बहिष्कार करेंगे। जियो सिम को पोर्ट कराने का अभियान चलाया जाएगा।

किसानों ने यहां अडानी-अंबानी के पेट्रोल पंप का भी बहिष्कार करने का ऐलान किया। उन्होंने कहा कि अडानी-अंबानी के पेट्रोल पंप से तेल नहीं खरीदा जाएगा।

किसानों ने इस विरोध के पीछे तर्क दिया है कि केंद्र की मोदी सरकार अडाणी-अंबानी को फायदा पहुंचाने के लिए ही कृषि कानून लेकर आई है।

ये कानून पूरी तरह से इन लोगों को ही फायदा पहुंचाने के लिए लागू किया जा रहा है। सरकार अगर इन कंपनियों के हित में काम करेगी तो हम इसका विरोध करेंगे।

बता दें कि मंगलवार को किसानों ने भारत बंद बुलाया था, जिसके बाद रात में किसान नेताओं की गृह मंत्री अमित शाह के साथ बैठक हुई।

इस बैठक के बाद अगले दिन यानी बुधवार को किसान नेताओं की प्रस्तावित बैठक भी रद्द कर दी गई और सरकार ने किसानों को प्रस्ताव भेजा।

प्रस्ताव पर चर्चा के बाद किसान नेताओं ने इसे खारिज कर दिया और अपने प्रदर्शन को जारी रखने की घोषणा कर दी। किसानों ने 14 दिसंबर को देशव्यापी धरने का भी ऐलान किया है।

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