कांग्रेस नेता राहुल गाँधी ने रविवार को तेलंगाना के खम्मम में विशाल जनसभा को सम्बोधित किया है। इस जनसैलाब रैली में लाखों की संख्या में लोग जुटे हुए थे।

राहुल गाँधी ने मंच से कहा कि सीएम की पार्टी बीआरएस का मतलब भाजपा रिश्तेदार पार्टी है। बीआरएस जिसका नाम पहले टीआरएस था- यानी तेलंगाना राष्ट्र समिति, उसे बदलकर भारत राष्ट्र समिति कर दिया गया है। वर्तमान में बीआरएस से के. चंद्रशेखर राव तेलंगाना के मुख्यमंत्री हैं।

राहुल गांधी रविवार को तेलंगाना के खम्मम में एक विशाल रैली को सम्बोधित कर रहे थे और वहां की सत्ताधारी पार्टी बीआरएस को जमकर निशाने पर लिया।

उन्होंने कहा कि ”मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव सोचते हैं कि वो यहाँ के राजा हैं और तेलंगाना उनका राज्य है। उनकी पार्टी भारतीय राष्ट्र समिति(BRS) बीजेपी रिश्तेदार समिति की तरह है। ”

गाँधी ने आगे उस रैली में लाखों की भीड़ को सम्बोधित करते हुआ कहा- जो कर्नाटक में हुआ वो अब तेलंगाना और अन्य प्रदेशों के विधानसभा चुनाव में होगा। उनका इशारा इस साल तेलंगाना विधानसभा चुनाव को लेकर था।

उन्होंने कहा कि बीजेपी का कोई जनाधार यहां नहीं है इसलिए उसके ‘बी टीम’ बीआरएस से लड़ाई है। जिसे प्रचंड बहुमत से कांगेस जीतने जा रही है।

राहुल गाँधी ने तेलंगाना में सरकार बनने पर वृद्ध नागरिकों और विधवा महिलाओं को हर महीने 4000 रु और साथ में आदिवासियों को जमीन देने का वादा किया।

बता दें कि पिछले महीने 23 जुलाई को पटना में विपक्षी पार्टी नेताओं की एक मीटिंग हुई थी। जिसमे लगभग 15 दलों के नेताओं ने शिरकत की थी। उस बैठक में कांगेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के साथ राहुल गाँधी भी पहुंचे थे।

उस मीटिंग की मेज़बानी बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राजद सुप्रीमो लालू यादव ने किया था। जहां लालू यादव ने अपने बेबाक अंदाज़ में राहुल गाँधी को दूल्हा बनने और खुद को बाराती जाने जैसी बात कह दी थी।

जिसको लेकर कांग्रेस खेमे में उत्साह दिख रहा है-समर्थक राहुल गांधी को विपक्ष की तरफ से दूल्हा मानकर चल रहे हैं।

हालांकि अक्सर देखा जाता है जब क्षेत्रीय दलों के वर्चस्व वाले वाली सत्ताधारी पार्टी के खिलाफ कैंपेन होता है तब भाजपा और कांग्रेस के नेता आक्रामक होते हुए उनपर एक दूसरे की बी टीम होने का आरोप लगाते हैं।

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