छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह के दामाद डॉ. पुनीत गुप्ता के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई है। पुनीत गुप्ता पर 50 करोड़ रूपए के घोटाले का आरोप लगा है। दाऊ कल्याण सिंह (डीकेएस) सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल के अधीक्षक डॉ. केके सहारे ने बताया कि राज्य सरकार के निर्देशों पर गठित एक ऑडिट समिति ने पाया था कि डॉ गुप्ता डीकेएस अस्पताल के निदेशक रहते हुए वित्तीय अनियमितताओं में शामिल थे।

उच्च स्तरीय कमिटी की जांच रिपोर्ट में ये सामने आया कि डॉ. गुप्ता ने स्टाफ की भर्ती, उपकरणों की खरीद व आउटसोर्सिंग में भारी गड़बड़ियां की। साथ ही उन्होंने अपने लोगों को फायदा पहुँचाना चाहा। डॉ. गुप्ता पर कॉन्ट्रैक्ट बेसिस पर नियुक्ति करने के दौरान नियमों का उलंघन करने का भी आरोप लगाया गया है।

शहर के अडिशनल सुप्रीटेंडेट ऑफ़ पुलिस (एएसपी) प्रफुल ठाकुर ने कहा कि उन्होंने डीकेएस सुपरस्पेशलिटी अस्पताल के अधीक्षक डॉ. केके. सहारे द्वारा डॉ. गुप्ता के खिलाफ लिखवाई शिकायत को दर्ज कर लिया है। डॉ. गुप्ता पर आईपीसी की धारा 409, 420, 467, 468 और 120 बी के तहत केस गर्ज किया गया है और जांच जल्द ही शुरू कर दी जाएगी।

इससे पहले डॉ. गुप्ता पर अंतागढ़ टेपकांड में भी एफआइआर दर्ज कराई गई है। साल 2014 में अंतागढ़ विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में कांग्रेस ने मंतूराम पवार को प्रत्याशी बनाया था। लेकिन चुनाव से बस कुछ दिन पहले उन्होंने नाम वापस लेकर भाजपा प्रत्याशी को वाकओवर दे दिया था।

इसी बीच एक सीडी सामने आई थी जिसमे तत्कालीन मुख्यमंत्री रमन सिंह के दामाद डॉ. पुनीत गुप्ता, तत्कालीन कांग्रेस विधायक अमित जोगी, आदि के बीच हुई बातचीत का खुलासा हुआ जिसमे वे सात करोड़ की डील के बारे में बात करते हुए पकड़े गए।

दमाद पुनित गुप्ता से पहले ससुर रमन सिंह पर भी भ्रष्टाचार के आरोप लगते रहे हैं। छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री अजित जोगी वर्ष 2017 में रमन सिंह के खिलाफ हेलीकॉप्टर घोटाले में जांच की मांग को उठा चुके हैं। जोगी ने उस वक्त प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी से मामले में जांच करने को कहा था। अजित जोगी ने पनामा दस्तावेज मामलों में कथित तौर पर रमन सिंह के बेटे अभिषेक सिंह के विदेशी बैंक खातों से जुड़े मामले में कार्रवाई करने की भी मांग की थी।

याचिककर्ता की ओर से पेश प्रशांत भूषण ने रमन सिंह पर ये आरोप लगाया था कि छत्तीसगढ़ सरकार ने अगस्ता-वेस्टलैंड से तय कीमत से ज़्यादा पैसे देकर हेलीकॉप्टर खरीदा। इसके लिए काग़ज़ात इस तरह से तैयार किए गए थे कि अगस्ता-वेस्टलैंड के अलावा कोई दूसरी कंपनी इस प्रक्रिया में शामिल ही नहीं हो पाए।

सुप्रीम कोर्ट ने दस साल तक इस मामले की सुनवाई को घसीटने के बाद साल 2018 में रमन सिंह और उनके बेटे अभिसेक को क्लीन चिट दे दी थी और कोई कागज़ाती सबूत न होने के कारण दोनों पर लगे इल्ज़ामों को ख़ारिज कर दिया।

बीजेपी ने तब आरोप लगाया था कि विपक्ष ऐसे आरोप लगाकर चुनाव को अपनी ओर नियंत्रित करने का प्रयास कर रहा है। हालांकि इन सबके बावजूद भी कांग्रेस बीजेपी को छत्तीसगढ़ 2018 विधानसभा चुनाव में हराने में कामयाब रही थी। इसपर वित्तमंत्री अरुण जेटली ने ट्वीट कर कहा था कि उन्होंने नहीं सोचा था कि छत्तीसगढ़ में हार-जीत में लम्बा अंतर रहेगा।

विधानसभा की हार के बाद बीजेपी लोकसभा में वापसी की तैयारी कर रहा है। ये तैयारी छत्तीसगढ़ में भी देखने को मिल रही है। छत्तीसगढ़ में लोकसभा की कुल 11 सीटे हैं, जिनपर तीन चरणों में मतदाना होगा। पहला चरण 11 अप्रैल, दूसरा चरण 18 अप्रैल, तीसरा चरण, 23 अप्रैल। पिछले लोकसभा चुनाव में छत्तीसगढ़ की सीटों पर बीजेपी ने अच्छा प्रदर्शन किया है। बीजेपी को 11 में से कुल 10 सीटों पर जीत मिली थी।

लेकिन इस बार महौल थोड़ा अलग है। अभी कुछ दिनों पहले ही कांग्रेस ने बड़े अंतर से छत्तीसगढ़ विधानसभा का चुनाव जीता है। लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहे रमन सिंह को छत्तीसगढ़ की जनता ने नकार दिया है। ऐसे स्थिति में रमन सिंह के दामाद पर इतना बड़ा आरोप लोकसभा चुनाव को प्रभावित कर सकता है।

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