मुंबई के संघ प्रचारक रहे यशवंत शिंदे के एक वीडियो से बवाल मच गया है. नांदेड़ की एक अदालत में हलफ़नामा दायर करते हुए साल 2006 के पटबंधरे नगर बम विस्फोट मामले में गवाह बनने के लिए कहा है.

5 अप्रैल 2006 को नांदेड़ के पटबंधरे नगर में एक धमाका हुआ था. बम बनाते हुए हिमांशु पांसे और कोंडावर की मौत हुई थी. शुरुआती जांच में पुलिस में कहा गया था कि ये पटाखा विस्फोट था लेकिन बाद में खुलासा हुआ कि ये विस्फोट बम बनाते समय हुआ था.

इसी मामले में यशवंत शिंदे ने दावा किया कि 2003 में उसे पुणे के सिंहगढ़ की तलहटी में एक जगह बम बनाने की ट्रेनिंग दी गई थी.

शिंदे का दावा है कि विश्व हिंदू परिषद के तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष मिलिंद परांडे, राकेश धवाड़े और मिशुन चक्रवर्ती उर्फ रविदेव ने बम बनाने की ट्रेनिंग दी.

यशवंत शिंदे का दावा है कि वह नांदेड़ बम विस्फोट में मारे गए हिमांशु पांसे और अन्य 20 लोगों के साथ इस ट्रेनिंग में शामिल हुआ था.

शिंदे ने कोर्ट में दाखिल अर्ज़ी में कई चौकाने वाले खुलासे किए हैं. शिंदे का दावा है कि साल 2004 में देशभर में बम विस्फोट की राजिश रची गई थी लेकिन किसी वजह से इसे टाल दिया गया था.

शिंदे ने वीडियो में बताया कि वह नांदेड़ में कई बार हिमांशु पानसे से मिलने गया और उनसे कहा कि ऐसा ना करें. लेकिन 2006 में हिमांशु और एक अन्य की बम बनाते हुए पटबंधरे नगर में विस्फोट से मौत हो गई.

इस मामले के कुछ आरोपी अभी भी नांदेड़ अदालत में विचाराधीन हैं. इस मामले में तापस व्यवस्था मुख्य आरोपी है, जिस पर शिंदे ने आरोप नहीं लगाए हैं.

यशवंत शिंदे ने विश्व हिंदू परिषद के वर्तमान राष्ट्रीय अध्यक्ष मिलिंद परांडे, राकेश धवाडे और मिथुन चक्रवर्ती उर्फ रविदेव से उनके खिलाफ़ गवाही देने को कहा है. नांदेड़ कोर्ट ने ये अर्ज़ी स्वीकार कर ली है, जिस पर अगली सुनवाई 22 सितंबर को है.

यशवंत शिंदे का वीडियो शेयर करते हुए कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने संघ को निशाने पर लिया. उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि- “राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचारक रहे यशवंत शिंदे ने हलफ़नामा दर्ज कर संघ के राष्ट्र विरोधी कारमानों की ख़ौफ़नाक जानकारी उजागर की है.

कैसे पूरे देश में बम विस्फोट करने का षड़यंत्र रचा गया, कौन कौन लोग उसमें शामिल थे, इससे बड़ी ब्रेकिंग न्यूज़ और क्या हो सकती है”

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