भारत में आई कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के दौरान देश के स्वास्थ्य अव्यवस्था के चर्चे दुनियाभर में हो रहे हैं। इस महामारी में मोदी सरकार की नाकामी की विदेशी मीडिया द्वारा जमकर आलोचना की गई है।
कई इंटरनेशनल मीडिया कंपनियों ने भारत में कोरोना संक्रमण की वजह से बनी भयावह स्थिति के लिए मोदी सरकार को जिम्मेदार ठहराया है।
आज भले ही भारतीय मीडिया भारत में कोरोना की दूसरी लहर का प्रभाव कम होने के दावे किए जा रहे हैं। लेकिन देश के अस्पतालों बड़ी तादाद में कोरोना संक्रमित मरीज हर रोज इलाज के अभाव में मर रहे हैं।
इसी बीच अब फ्रांस की व्यंग्यात्मक मैगजीन शार्ली हेब्दो ने भी कार्टून के जरिए भारत की स्थिति पर तंज कसा है।
उसने ना सिर्फ राजनीतिक पुणे से सवाल किया है बल्कि मिथकों पर आधारित धार्मिक मान्यताओं को भी कटघरे में लिया है।
शार्ली हेब्दो द्वारा छापे गए एक कार्टून में तंज करते हुए कहा गया है कि भारत में 33 मिलियन देवी देवता है। लेकिन फिर भी कोई ऑक्सीजन की कमी को पूरा नहीं कर पा रहा है।
गौरतलब है कि मोदी सरकार के शासनकाल में कई नेताओं और हिंदूवादी संगठनों द्वारा भारत को हिंदू राष्ट्र के तौर पर दर्शाने की कोशिश की जाती रही है। जिससे दुनिया के सामने भ्रम पैदा किया जाता है कि भारत इन्हीं मान्यताओं पर चलता है।
दरअसल बहुत से लोगों की मान्यता है कि हिंदू धर्म में 33 कोटि देवी-देवता है। हालांकि इस मान्यता में इस्तेमाल शब्द ‘कोटि’ के कई अलग-अलग अर्थ निकाले जाते हैं, जैसे-करोड़ और प्रकार।
सोशल मीडिया पर शार्ली हेब्दो द्वारा प्रकाशित किए गए इस कार्टून को जमकर शेयर किया जा रहा है। कई सोशल मीडिया यूजर इस कार्टून को शेयर करते हुए रूढ़िवादी मान्यताओं को निशाने पर ले रहे हैं।
गौरतलब है कि इससे पहले 28 अप्रैल को भी शार्ली हेब्दो द्वारा एक कार्टून प्रकाशित किया गया था। जिसमें मेडिकल ऑक्सीजन का मुद्दा उठाया गया था।
बता दें, शार्ली हेब्दो फ्रांस की एक ऐसी व्यंग्यात्मक मैगजीन है जो धार्मिक रूढ़िवादी और मान्यताओं को अक्सर अपने कार्टून के जरिए निशाने पर लेती रहती है। इससे पहले पैगंबर मोहम्मद के विवादित कार्टून दिखाने के मामले में भी यह मैगजीन काफी चर्चा में रही थी।