मुज़फ्फरपुर के बालिका गृह में हुए बच्चियों के साथ दुष्कर्म का मामला अभी ठंडा भी नहीं हुआ था कि ज़िले से एक और गैंगरेप का मामला सामने आ गया।

इस बार सीतामढ़ी जेल की एक महिला कैदी के साथ ज़िला अस्पताल में सामूहिक दुष्कर्म किया गया। महिला ने पुलिसकर्मियों पर रेप करने का आरोप लगाया है।

जानकारी के मुताबिक, महिला कैदी को 11 नवंबर को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था। महिला कैदी का आरोप है कि 14 नंवबर की रात वह महिला पुलिसकर्मियों के साथ शौचालय गई थी। तभी दो पुलिसकर्मी शैलेश और छोटेलाल वहां आए और उन्होंने उसे बेहोश करके उसके साथ रेप किया।

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इस मामले में FIR दर्ज करने के लिए महिला कैदी ने डुमरा थाना में आवेदन दिया था। जहां से घटनास्थल मुजफ्फरपुर जिले के अहियापुर थाना क्षेत्र के होने की वजह से इसे अहियापुर भेज दिया गया। मामला सामने आते ही प्रशासन में हड़कंप मच गया, प्रशासन ने मामले की उच्चस्तरीय जांच करने के आदेश दिए हैं।

मामला सामने आने के बाद बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि यह नीतीश जी द्वारा प्रायोजित प्रशासनिक अमानवीय क्रूरता की पराकाष्ठा है।

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उन्होंने ट्वीट कर लिखा, “मुज़फ़्फ़रपुर के अस्पताल में ईलाजरत महिला क़ैदी के साथ नीतीश जी के अधीन दो पुलिसकर्मियों ने बलात्कार किया।

अब बिहार में पुलिसकर्मी क़ैद में ही बलात्कार कर रहे है। यही है नीतीश जी का राक्षसी सुशासन। यह नीतीश जी द्वारा प्रायोजित प्रशासनिक अमानवीय क्रूरता की पराकाष्ठा है”।

बता दें कि इससे पहले मुजफ्फरपुर के बालिका गृह में करीब 34 बच्चियों के साथ रेप की पुष्टि हो चुकी है, जिसके बाद इस मामले को सीबीआई को सौंप दिया गया है।

इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने भी बिहार सरकार को फटकार लगाई और बिहार के सभी 17 बालिका गृह की जांच का जिम्मा सीबीआई को सौंप दिया।

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