गोरखपुर के सांसद प्रवीण निषाद ने आज सबको हैरान करते हुए भारतीय जनता पार्टी(BJP) ज्वाइन कर ली। बुधवार को समाचार चैनल TV9 भारतवर्ष के स्टिंग में प्रवीण निषाद का नाम आया था।
प्रवीण ने स्वीकार किया कि, पिछले चुनाव में करोड़ों रुपए की ब्लैकमनी अपने चुनाव में लड़ने के लिए खर्च की थी। यही नहीं कैमरे पर उन्होंने कहा कि इस चुनाव में भी वो करोड़ों का ब्लैकमनी दोनों हाथों से लुटाएंगे!
जिस प्रवीण निषाद ने कल खुफिया कैमरे के सामने हर उस बात को करने के लिए राजी हो गए, जो गैरकानूनी है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी समेत खुद बीजेपी दूसरे पार्टी के नेताओं के ऊपर जो आरोप लगाते हैं। वही बीजेपी जो चाल, चरित्र, चेहरे की दुहाई देती है! उसी ने पूरे सम्मान के साथ प्रवीण निषाद को अपनी पार्टी में शामिल कर लिया!
चुनावी मौसम में लोकतंत्र के संग इससे भद्दा मजाक क्या हो सकता है? जिस प्रवीण निषाद को गोरखपुर की जनता ने पिछले साल मार्च में @BJP4India और @myogiadityanath के खिलाफ उपचुनाव में जिताया था, आज वही भाजपा के खेमे से जा मिले. कल ही एक चैनल के स्टिंग में काले धन के इस्तेमाल में फंसे. pic.twitter.com/z0QAp1Lb3f
— Suraj Singh (@SurajSolanki) April 4, 2019
बता दें कि प्रवीण निषाद उत्तर प्रदेश की सबसे हॉट सीट में से एक गोरखपुर के मार्च 2018 में हुए उपचुनाव में समाजवादी पार्टी के चुनाव चिन्ह पर सांसद बने थे। वो निषाद पार्टी के अध्यक्ष संजय निषाद के बेटे हैं। प्रवीण अबतक पिछड़ों की राजनीति करते आए थे लेकिन अब वो बीजेपी के साथ अगड़ों की राजनीति के लिए पिछड़ों को भूल जाएंगे?
वैसे प्रवीण गोरखपुर उपचुनाव में गठबंधन के प्रत्याशी थे, जिसमें सपा-बसपा निषाद पार्टी के साथ थे। सपा-बसपा का साथ पा कर प्रवीण निषाद सांसद बने। प्रवीण निषाद के बीजेपी ज्वाइन करने के बाद सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्वीट करके कहा है कि, “जनता ने सांसद को नहीं, इनके पीछे के महागठबंधन को जिताया था।”
‘विकास’ पूछ रहा है: गोरखपुर में सांसद जी को मठाधीशी का जो झोला भर प्रसाद मिला है, क्या उसे वो पूरा गटक जाएंगे या किसी से बाँटेंगे भी?
ये भाजपा का घाटे का सौदा है क्योंकि जनता ने सांसद को नहीं, उनके पीछे एकजुट महागठबंधन को जिताया था. चुनाव में इन मौसेराें की नैया डूबना तय है.
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) April 4, 2019
प्रवीण निषाद ने भाजपा ज्वाइन करने के बाद कहा कि हमने पीएम मोदी की नीतियों से प्रभावित होकर बीजेपी से गठबंधन किया है। ये वही प्रवीण है जिन्होंने उपचुनाव में मोदी की ही नीतियों को कोसकर जीत हासिल की थी।
निषाद को पूरे सम्मान के साथ अपनी पार्टी में शामिल करने के बाद क्या बीजेपी आज के बाद चाल, चरित्र और चेहरे की बात कर सकती है? क्योंकि ब्लैकमनी का इस्तेमाल करने वाला सांसद अब उन्हीं की पार्टी में अब मौजूद है।