गुजरात के पाटीदार आंदोलन के नेता हार्दिक पटेल ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की हिंदुत्ववादी छवि को लेकर सवाल खड़े हैं।

उन्होंने कहा कि बीजेपी ख़ुद को हिंदू हितैशी बताती है लेकिन अपनी सियासत को चमकाने के लिए हिंदुओं को राजद्रोह जैसे झूठे केस में फंसाती है।

हार्दिक ने ट्वीट कर लिखा, “बीजेपी हिंदू हितों की बात करती है, लेकिन अपनी सियासत को चमकाने के लिए हिंदुओं के ख़िलाफ़ राजद्रोह जैसे झूठे केस लगाती है।

क्या हम हिंदू नहीं हैं? हम देश के सबसे बड़े राष्ट्रवादी हिंदू हैं, इसके बावजूद तानाशाह बीजेपी हमें अपराधी कहती है। आज, गुजरात में बहुत सारे हिंदू जेल काट रहे हैं”।

हार्दिक पटेल ने यह ट्वीट अहमदाबाद सेशन कोर्ट के उस फैसले के बाद किया है, जिसमें उन्हें 2015 के एक मामले में दोषी ठहराते हुए उनपर राजद्रोह के आरोप तय किए गए हैं। बता दें कि यह मामला पाटीदार ओबीसी कोटा आंदोलन से जुड़ा है।

हार्दिक पर आरोप है कि उन्होंने आरक्षण की मांग स्वीकार करने के लिए सरकार पर दबाव डालने के मकसद से हिंसा भड़काई। अहमदाबाद अपराध शाखा द्वारा दायर 18 पेज की चार्जशीट पढ़ने के बाद अदालत ने धारा 124(ए) (राजद्रोह) और 120 (बी) (आपराधिक साजिश) के हार्दिक पर आरोप तय किए हैं।

इस फैसले के बाद हार्दिक पटेल ने कहा, “उन्हें अहमदाबाद क्राइम ब्रांच पर कोई भरोसा नहीं है। उनके ही आरोपपत्र के आधार पर आज के आरोप तय किए गए हैं”।

उन्होंने कहा कि क्राइम ब्रांच के प्रमुख जेके भट्ट पर खुद भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं। इसके पहले अभय चुदासमा और डीजी वंजारा के खिलाफ भी केस हुए हैं। फिर इस क्राइम ब्रांच पर किसी को भरोसा कैसे हो सकता है।

हार्दिक ने कहा, “क्राइम ब्रांच का कहना है कि पटेल लोगों को आरक्षण मिलना संभव नहीं है फिर भी मैंने आंदोलन किया। मैं पूछना चाहता हूं कि आखिर क्यों संभव नहीं है? क्राइम ब्रांच को लोगों को गुमराह नहीं करना चाहिए”।

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