मोदी सरकार के वकील ने सुप्रीम कोर्ट में राफेल से जुड़े दस्तावेज चोरी होने की बात कही थी। अब जब विपक्षी दलों की तरफ से मोदी सरकार की किरकिरी हुई तो अटॉर्नी जनरल के.के वेणुगोपाल अपने बयान से पलट गए और कहा कि राफेल के दस्तावेज चोरी नहीं हुए हैं, बल्कि उसकी फोटोकॉपी की गई है।
अटॉर्नी जनरल के इस बयान पर पूर्व वित्तमंत्री पी.चिदंबरम ने सोशल मीडिया पर लिखा-
सरकार ने बुधवार को कहा कि दस्तावेज चोरी हो गए।
शुक्रवार को कहा कि दस्तावेजों की फोटोकॉपी चोरी हुई है।
मुझे लगता कि बीच में बृहस्पतिवार को चोर ने दस्तावेज लौटा दिए।
शुक्र है, राफेल के सिर्फ कागज़ात ही ग़ायब हुए वरना ‘जज लोया’ तो सबको याद ही हैंः अलका लांबा
On Wednesday, it was 'stolen documents'.
On Friday, it was 'photo copied documents'.
I suppose the thief returned the documents in between on Thursday.
— P. Chidambaram (@PChidambaram_IN) March 9, 2019
On Wednesday, the Official Secrets Act was shown to the newspaper.
On Friday, the Olive Branches Act was shown.
We salute common sense.
— P. Chidambaram (@PChidambaram_IN) March 9, 2019
उन्होंने तंज कसते हुए कहा मैं मोदी सरकार की समझ को सलाम करता हूं।
गौरतलब हो कि राफेल की फाइल रक्षा मंत्रालय से चोरी हो गई। ऐसा कहना है मोदी सरकार अटॉर्नी जनरल का जिन्होंने ये बातें सुप्रीम कोर्ट में कही।
केके वेणुगोपाल ने कोर्ट से कहा कि राफेल पर दायर की दस्तावेजों पर ऐडवोकेट प्रशांत भूषण भरोसा कर रहे हैं, वे रक्षा मंत्रालय से चुराए गए हैं। अब ऐसे में सवाल उठता है कि जब रक्षा मंत्रालय ही सुरक्षित नहीं है तो देश कैसे सुरक्षित रह सकता है?
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने फ्रांस से 36 राफेल जेट खरीदने की डील की जांच के आदेश देने से इनकार कर दिया था। इसके बाद पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा, अरुण शौरी और वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण ने जनवरी में राफेल फाइटर जेट की खरीद के मामले में सरकार को क्लीन चिट दिए जाने के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट से पुनर्विचार की मांग करते हुए याचिका दायर की थी।