मोदी सरकार ने शहरों में फंसे मजदूरों को उनके रेल से घर भेजने का निर्णय लिया है। इसके लिए ट्रेन का माध्यम इस्तेमाल किया जाएगा। इस संकट की घड़ी में मोदी सरकार ने मजदूरों से ट्रेन के टिकट के अलावा 50 रुपये अतिरिक्त वसूलेगी।

इसीलिए मजदूरों के पक्ष और उसको ध्यान में रखते हुए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कोरोनावायरस के बढ़ते मामलों के बीच सोमवार को ऐलान किया कि देशभर में फंसे मजदूरों के घर वापस जाने के लिए रेलयात्रा का खर्च कांग्रेस पार्टी उठाएगी।

सोनिया गांधी ने कहा कि, “श्रमिक व कामगार देश की रीढ़ की हड्डी हैं। उनकी मेहनत और कुर्बानी राष्ट्र निर्माण की नींव है। सिर्फ चार घंटे के नोटिस पर लॉकडाऊन करने के कारण लाखों श्रमिक व कामगार घर वापस लौटने से वंचित हो गए।

सोनिया गांधी ने आगे कहा कि, “उनके पास न राशन, न पैसा, न दवाई, न साधन, पर केवल अपने परिवार के पास वापस गांव पहुंचने की लगन है। उनकी व्यथा सोचकर ही हर मन कांपा और फिर उनके दृढ़ निश्चय और संकल्प को हर भारतीय ने सराहा भी। पर देश और सरकार का कर्तव्य क्या है?

आज भी लाखों श्रमिक व कामगार पूरे देश के अलग अलग कोनों से घर वापस जाना चाहते हैं, पर न साधन है, और न पैसा। दुख की बात यह है कि भारत सरकार व रेल मंत्रालय इन मेहनतकशों से मुश्किल की इस घड़ी में रेल यात्रा का किराया वसूल रहे हैं।”

कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के इस फैसले पर शायर और कांग्रेस नेता इमरान प्रतापगढ़ी ने मोदी सरकार पर हमला करते हुए लिखा- मोदी सरकार ने कोरोना से लडाई में हर वो काम किया जिसमें उसे पैसा भी ना खर्चना पडे और कमाई भी हो जाये थाली,ताली,मोमबत्ती,पुष्पवर्षा इसमें सरकार का कोई ख़र्च नहीं।

#PMCaresFund में चंदे के नाम पर कितना बडा दान आया है उसके बावजूद मज़दूरों का किराया कॉंग्रेस दे रही है #thanksSoniaJi

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