देश की जीडीपी माइनस 23.9 पर आ गई है। कोरोना में ताली-थाली बजाकर देश को नुकसान ही हुआ।
बीते रोज जून तिमाही के जीडीपी आंकड़ों पर जब नजर गई तो पूरा आर्थिक जगत सहम उठा। अर्थव्यवस्था के भयानक टूटने से पूरे देश में हाहाकार मच गया।
लेकिन भारतीय अर्थव्यवस्था के गिरने और बिजनेसमैन मुकेश अंबानी के बेतहाशा पूंजी बढ़ने को जोड़कर देखकर जाए तो वाकई सोचने पर मजबूर हो जाएंगे।
सोशल मीडिया पर तमाम लोगों ने अंबानी के फ्यूचर ग्रुप खरीदने व दुनिया के टॉप 10 अमीरों की लिस्ट में शामिल होने पर सवाल उठाए।
कांग्रेस से जुड़े श्रीवास्तवा ने ट्विटर पर लिखा कि, कोरोना काल में भी बिजनेसमैन मुकेश अंबानी की इनकम 35 प्रतिशत बढ़ गई लेकिन इंडिया की जीडीपी माइनस -23.9 में पहुंच गई।
श्रीवास्तवा ने आगे लिखा कि, यह बात सच लगने लगी है कि प्रधानमंत्री मोदी पिछले 6 सालों से अंबानी को आत्मनिर्भर बनाने के लिए काम कर रहे हैं।
Ambani's wealth has increased by 35% since April
India's GDP has crashed by -23.9% since April
RT if you agree that PM Modi has spent the last 6 years making Ambani AATMA NIRBHAR
— Srivatsa (@srivatsayb) August 31, 2020