
उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा शहरों के नाम बदले जाने के सिलसिले के बीच अब भाजपा के विवादित नेता संगीत सोम ने मुज़फ़्फ़रनगर का नाम बदलने की मांग की है। उन्होंने मांग की है कि मुज़फ़्फ़रनगर का नाम बदलकर लक्ष्मी नगर किया जाए।
न्यूज़ एजेंसी एएनआई से बातचीत के दौरान संगीत सोम ने कहा कि मुज़फ़्फ़रनगर का नाम बदलकर लक्ष्मी नगर रखे जाने की लोग पहले से मांग कर रहे हैं।
ज़िले का नाम मुज़फ़्फ़रनगर एक नवाब मुज़फ़्फ़र अली ने किया था। लोग इसका नाम बदले जाने की सदियों से मांग कर रहे हैं। बता दें कि संगीत सोम उत्तर प्रदेश की सरधना सीट से भाजपा विधायक हैं।
भाजपा विधायक ने अपनी सरकार के इरादे साफ़ करते हुए कहा कि अभी तो बहुत सारे शहरों के नाम बदले जाने हैं। उन्होंने कहा कि मुग़लों ने यहां की संस्कृति को मिटाने का काम किया है, ख़ासतौर से हिंदुत्व को मिटाने का काम किया है।
सोम ने कहा कि हम लोग उस संस्कृति को बचाने के लिए काम कर रहे हैं, जिसे मुग़लों ने मिटा दिया। भाजपा उसपर आगे बढ़ेगी।
बीजेपी विधायक की इस मांग को मशहूर इतिहासकार इरफ़ान हबीब ने सांप्रदायिक बताया है। उन्होंने ट्विटर के ज़रिए कहा, “अब मुज़फ़्फ़रनगर का नाम बदलकर लक्ष्मी नगर किए जाने की मांग साफ़ तौर पर सांप्रदायिक मांग है।
किसी ने इसका नाम पहले नहीं बदला, इसे 1633 में शाहजहां के समय में नवाब रहे सैय्यद मुज़फ्फर खान ने बसाया था। और यह मांग संगीत सोम ने की है, जो दगों के आरोपी हैं”।
Now the demand to change the name of Muzaffarnagar to Laxmi nagar is blatantly a communal demand. No one changed the name before, it was established in 1633 by Syed Muzaffar Khan, a noble in Shahjahan' time. And the demand is being made Sangeet Som, accused in the riots.
— S lrfan Habib (@irfhabib) November 10, 2018
ग़ौरतलब है कि यह पहली बार नहीं है जब भाजपा विधायक ने इस तरह बयान दिया है। इससे पहले उन्होंने ताजमहल को देश के इतिहास का हिस्सा मानने से इनकार कर दिया था।
उन्होंने कहा था कि ताजमहल देश का इतिहास कभी नहीं हो सकता क्योंकि उसे बनाने वाला हिंदुओं का सफाया करना चाहता था।