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जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी के छात्रों के समर्थन में अब भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व खिलाड़ी इरफान पठान भी उतर आए हैं। उन्होंने बीते कल पुलिस की बर्बरता का शिकार हुए छात्रों को लेकर चिंता व्यक्त की है।
इरफान पठान ने ट्विटर के ज़रिए कहा, “राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप का खेल हमेशा चलता रहेगा, लेकिन मैं और हमारा देश जामिया के छात्रों के लिए चिंतित है।” जामिया के छात्रों को इरफान पठान के साथ ही देश की कई और जानी मानी हस्तियों का भी समर्थन मिला है। साथ ही देश की कई बड़ी यूनिवर्सिटीज़ भी जामिया में पुलिसिया कार्रवाई का विरोध कर रही हैं।
Political blame game will go on forever but I and our country?? is concerned about the students of #JamiaMilia #JamiaProtest
— Irfan Pathan (@IrfanPathan) December 15, 2019
बता दें कि जामिया के छात्र नागरिकता संशोधन कानून (CAB) के ख़िलाफ़ पिछले तीन दिनों से प्रदर्शन कर रहे हैं। (CAB) को वापस लिए जाने की मांग के साथ बीते कल भी छात्रों ने प्रदर्शन किया। इस दौरान यूनिवर्सिटी के आसपास के इलाकों में तोड़फोड़ और आगज़नी भी की गई। हालांकि छात्रों का कहना है कि उन्होंने कोई हिंसक प्रदर्शन नहीं किया। लेकिन इसके बावजूद पुलिस ने छात्रों के खिलाफ़ ही कार्रवाई शुरु कर दी और पुलिस यूनिवर्सिटी के कैंपस में घुस गई।
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पुलिस ने कैंपस में घुसते ही छात्रों पर लाठियां बरसानी शुरु कर दीं। जब छात्र भागे तो पुलिस उन्हें दौड़ा-दौड़ा कर मारने लगी। पुलिस ने अपनी हिंसक कार्रवाई के दौरान लाइब्रेरी और मस्जिद में बैठे छात्रों को भी नहीं बख्शा। पुलिस लाइब्रेरी और मस्जिद में घुस गई और छात्रों को बेरहमी से पीटा। इस दौरान पुलिस द्वारा छात्रों पर फायरिंग किए जाने की ख़बर भी सामने आई। हालांकि बोलता हिंदुस्तान पुलिस फायरिंग की ख़बरों की पुष्टी नहीं करता है।
वहीं पुलिस इस बात से इनकार कर रही है कि उसने लाइब्रेरी में घुसकर छात्रों को पीटा। लेकिन इस मामले के कई वीडियो सामने आए हैं, जिसमें साफ़तौर पर पुलिस को लाइब्रेरी में छात्रों पर लाठियां बरसाते देखा जा सकता है। पुलिस की इस बर्बर कार्रवाई में तकरीबन 60 छात्रों के घायल होने की ख़बर है। जिनमें कई छात्र इस तरह घायल हुए हैं कि उन्हें आईसीयू में रखा गया है।