कल यूपी के बुलंदशहर में गोकशी के शक के बाद भड़की हिंसा ने एक पुलिस इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह और एक आम नागरिक की हत्या कर दी। साथ ही इस बेकाबू हिंसक भीड़ ने पुलिस चौकी फूंका और दर्जनों वाहनों को भी आग के हवाले कर दिया।

बुलंदशहर की इस घटना ने देश में एक बार फिर संप्रादायिक सौहार्द को बिगाड़ दिया है और यूपी की कानून व्यवस्था पर बड़े सवाल खड़े कर दिए हैं।

लेकिन यूपी की कानून व्यवस्था के लिए उत्तरदायी राज्य की योगी सरकार की तरफ से अभी तक इस मामले में कोई बड़ी कार्रवाई नहीं की गई है। साथ ही मुख्यमंत्री की तरफ से भी इस घटना पर अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।

लेकिन मुख्यमंत्री के ट्विटर ऑकाउंट से पता चल रहा है कि वह घटना वाले दिन यूपी के गोरखपूर में ही थे। जहां उन्होंने रात में एक लाइट शो का आनंद लिया। इस लाइट शो के दौरान छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह भी मौजूद थे।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने इस कार्यक्रम की जानकारी देते हुए अपने ट्विटर ऑकउंट पर लिखा था कि आज गुरु श्री गोरखनाथ मंदिर, गोरखपुर परिसर स्थित भीम सरोवर पर छत्तीसगढ़ के माननीय मुख्यमंत्री आदरणीय डॉ. रमन सिंह जी के साथ लाइट एवं साउंड सिस्टम के माध्यम से महायोगी गोरक्षनाथ जी के जीवन पर आधारित शो को देखा।

आपकों बता दें कि मुख्यमंत्री योगी द्वारा शो देखने पर लोगों ने भी तुरंत प्रति देते हुए मुख्यमंत्री को ट्वीटर पर ही सलाहा दे डाली। तनू व्यास नाम के ट्विटर यूजर ने सीएम योगी को सलाह देते हुए लिखा कि ‘वहां आपका यूपी जल रहा है और यहाँ आप शो देख रहे हो! दंगाई सरे आम पुलिस वाले को गोली मार दिए। ये मंदिर वगैरे से बाहर आइये, लोग सहमे हुए है और लोगों की छोड़ो अब तो पुलिस भी सुरक्षित नहीं। बहुत अच्छा राम राज्य तैयार किया है।’

पत्रकार रुबिका लियाकत ने भी सीएम योगी को उनकी लापरवाही याद दिलाते हुए लिखा है ‘गोरक्षा के नाम पर क़ानून के रखवाले की हत्या कर दी जाती है और योगी जी शो देखने में व्यस्त पाए जाते हैं। योगी जी लाइट एंड साउंड बहुत हो गया अब एक्शन में आईए’

बता दें कि सोमवार को बुलंदशहर के स्याना कोतवाली क्षेत्र भीड़ ने पुलिस इस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह की हत्या कर दी गई। दरअसल 3 दिसंबर को गांव में कथित गोवंश के अवशेष मिलने से ग्रामीण और हिंदुत्ववादी संगठन के लोग भड़क गए।

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बताया जा रहा है कि गुस्साए लोग पहले घटनास्थल से कटे अवशेषों को ट्रैक्टर ट्रॉली में भरकर चिंगरावठी पुलिस चौकी पर पहुंच गए। वहां उन्होंने जमकर हंगामा किया। पुलिस ने जब इन प्रदर्शनकारियों को रोकने की कोशिश की तो यह पुलिस पर ही टूट पड़े।

इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने कोतवाल सुबोध कुमार को बेरहमी से पीटा और चौकी को आग के हवाले कर दिया। प्रदर्शनकारियों की इस पिटाई से कुमार बुरी तरह घायल हो गए। इसके बाद कुमार को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां कुछ देर बाद उन्होंने दम तोड़ दिया।

मंगलवार सुबह सुबोध कुमार सिंह का अंतिम संस्कार उनके पैतृक गांव एटा जिले के जैथरा गांव के तरिगमा में पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया गया।

 

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