मध्यप्रदेश में कोरोना से संक्रमित लोगों की संख्या 1400 पहुंच गई है। एमपी में जो शहर सबसे ज्यादा प्रभावित है वो इंदौर है, यहां पूरे राज्य में कोरोना से संक्रमित लोगों की संख्या सबसे ज्यादा है। अकेले इंदौर में ही 890 मरीज सक्रिय है, दिनों-दिन हालात और बिगड़ते जा रहे हैं।
वरिष्ठ पत्रकार बृजेश मिश्रा ने इंदौर शहर कोरोना के आ रहे मामलों पर चिंता जताई है। उन्होंने ट्वीट करके लिखा कि, “इंदौर में कुछ भारी गड़बड़ है। इंदौर में कोरोना का कहर है। प्रशासन कुछ छिपा रहा है। जैसी रिपोर्ट्स आ रही हैं वो बड़े खतरे का संकेत हैं, नए केस तेजी से बढ़ रहे हैं। भारत सरकार को तत्काल दखल देना चाहिए। इंदौर को इटली मत बनने दीजिए शिवराज जी।”
इंदौर में कुछ भारी गड़बड़ है | इंदौर में कोरोना का कहर है. प्रशासन कुछ छिपा रहा है. जैसी रिपोर्ट्स आ रही हैं वो बड़े खतरे का संकेत हैं नए केस तेजी से बढ़ रहे हैं | भारत सरकार को तत्काल दखल देना चाहिए | इंदौर को इटली मत बनने दीजिए शिवराज जी@ChouhanShivraj @MoHFW_INDIA @HMOIndia
— Brajesh Misra (@brajeshlive) April 19, 2020
इंदौर की भयानक स्थिति का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि, यहां 47 लोगों की कोरोना से मौत हो चुकी है। जबकि पूरे मध्यप्रदेश में मरने वालों की संख्या 69 है। लेकिन एमपी की शिवराज सरकार नागरिकों को सुरक्षा नहीं दे पा रही।
दरअसल, मध्यप्रदेश में बनी नई बीजेपी की शिवराज सिंह की सरकार विधायक तोड़ने में और तत्कालीन सरकार को गिराने में इतने मशगूल हो गए कि सम्भवतः कोरोना वायरस से लड़ने की रूपरेखा ही तैयार नहीं कर पाए। दूसरी बात ये कि एमपी में कोई स्वास्थ्य मंत्री नहीं है। वहां सिर्फ मुख्यमंत्री के तौर पर खुद शिवराज सिंह काम कर रहे हैं, बाकी स्वास्थ्य, वित्त, गृह, PWD आदि मंत्रालय खाली पड़े हैं। जिनका जिम्मा अधिकारी संभाल रहे हैं।