
पिछले दिनों 18 दिसंबर को उत्तर प्रदेश के आगरा में एक 15 वर्षीय दलित लड़की पर दो अज्ञात लोगों ने पेट्रोल छिड़ककर आग लगा दी। सत्तर फीसदी जल चुकी लड़की को आगरा से दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसकी मौत हो गई।
लड़की अकोला इंटर कॉलेज में दसवीं की छात्रा थी। रोजाना की तरह वो अपनी स्कूल से घर वापस लौट रही थी। लड़की साइकिल से थी, जैसे ही वो घर के करीब पहुंची दो युवकों ने उसपर पेट्रोल छिड़ककर आग के हवाले कर दिया।
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ये घटना इसलिए भी बड़ी हो जाती है क्यों ये इसी देश के प्रधानमंत्री बेटी बचाव बेटी पढ़ाव का नारा देते हैं। ये घटना उस राज्य की है जहां के विधानसभा चुनाव में महिला सुरक्षा एक बड़ा मुद्दा था।
मगर चुनाव ख़त्म होते ही सभी वादे हवा में उड़ा दिए गए और महिला सुरक्षा तो दूर की बात सूबे में कानून व्यवस्था का भी राज नहीं जम पा रहा है।
इस घटना पर वामपंथी नेता कन्हैया कुमार ने योगी सरकार पर जमकर निशाना साधा है। कन्हैया ने सोशल मीडिया पर लिखा, यूपी में दलित छात्रा की निर्मम हत्या इस राज्य में अपराधियों के मन से डर ख़त्म हो जाने का भयानक सच सामने रखती है।
दरिंदे ‘बेटियों’ को जिंदा जला रहे हैं और योगी लाचार हैं, ये रामराज्य है या गुंडाराज है?
जब पुलिसवाले की हत्या का आरोपी बेख़ौफ़ घूम रहा हो तब समाज के सबसे कमज़ोर तबकों को न्याय और सुरक्षा पाने की उम्मीद भला कैसे होगी?