मंगलवार 18 दिसंबर को उत्तर प्रदेश के आगरा में एक 15 वर्षीय दलित लड़की पर दो अज्ञात लोगों ने पेट्रोल छिड़ककर आग लगा दी। सत्तर फीसदी जल चुकी लड़की को आगरा से दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसकी मौत हो गई।

लड़की अकोला इंटर कॉलेज में दसवीं की छात्रा थी। संजलि जाटव नाम की ये छात्रा रोजाना की तरह अपनी स्कूल से घर वापस लौट रही थी। लड़की साइकिल से थी, जैसे ही वो घर के करीब पहुंची दो युवकों ने उसपर पेट्रोल छिड़ककर आग के हवाले कर दिया।

इस मामले में अभी तक गिरफ्तारी नहीं हुई है। लेकिन सोशल मीडिया के माध्यम से घटना के विरोध में मुहिम शुरू हो गई है। वरिष्ठ पत्रकार दिलीप मंडल लगातार #JusticeForSanjali के साथ लिख रहे हैं।

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दिलीप मंडल की मांग है कि संजलि के परिजन को जांच पूरी होने से पहले एक करोड़ रुपए और क्लास वन अफसर की नौकरी मिले। दिलीप मंडल लिखते हैं…

‘उत्तर भारत में दलित क्रांति का केंद्र आगरा है। वैसे ही जैसे ब्राह्मणवादी राजनीति के लिए अयोध्या है। अगर सड़क पर ज़िंदा जला दी गई आपकी बहन संजलि को आगरा में न्याय नहीं मिला तो दलितों को कहीं भी न्याय नहीं मिलेगा।

जाँच पूरी होने से पहले संजलि के परिजनों को आज ही एक करोड़ रुपए और एक परिजन को क्लास वन अफ़सर की सरकारी नौकरी मिलनी चाहिए।’

दिलीप मंडल ने अपने एक दूसरे पोस्ट में लिखते हैं ‘आगरा में दलित समाज की लड़की को जिस तरह दबंगो द्वारा जला कर मार डाला गया है। वह हमारे समाज को झकझोर देने वाला है। लेकिन इस News को पढ़कर केवल अफ़सोस ज़ाहिर करने से कुछ नहीं होने वाला है। हमें इसका विरोध करना होगा।

आप इसके विरोध में लिखिये, SHARE करिये, जो हो सके वह करिये पर कुछ ना कुछ ज़रूर करिये। तब तक करिये जब तक #SANJALI के हत्यारे जेल में ना पहुँच जाये।

जाँच पूरी होने से पहले संजलि के परिजनों को आज ही एक करोड़ रुपए और एक परिजन को क्लास वन अफ़सर की सरकारी नौकरी मिलनी चाहिए।’

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