बीते साल मोदी सरकार द्वारा लाए गए नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी के खिलाफ देशभर में विरोध प्रदर्शन किए गए थे। इस दौरान देश की राजधानी दिल्ली में कई विरोध प्रदर्शन भी हुए, जिनको डिस्टर्ब करने के लिए कई बार हिंसा की कोशिश की गई।
कहीं फायरिंग तो कहीं पत्थरबाजी भी हुई। ऐसे ही एक हिंसक वारदात का चेहरा बना दिल्ली का कपिल गुर्जर, जो शाहीन बाग के प्रदर्शनकारियों पर गोली चला रहा था।
आज खबर सामने आई कि दिल्ली के शाहीन बाग में नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ हुए आंदोलन में फायरिंग करने वाले कपिल गुर्जर ने भाजपा ज्वाइन कर ली।
बताया जा रहा है कि उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में कपिल गुर्जर ने स्थानीय नेताओं की मौजूदगी में भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण की ।
भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने के बाद कपिल गुर्जर ने एक बार फिर से हिंदुत्व का मुद्दा उठाया। उन्होंने भाजपा में शामिल होते ही कहा कि वह हिंदुत्व को मजबूत करने के लिए काम कर रही पार्टी के साथ है।
कपिल गुर्जर दिल्ली के दल्लूपुरा इलाके से ताल्लुक रखते हैं। कपिल ने 1 फरवरी को शाहीन बाग से प्रदर्शनकारियों को हटाने के लिए चेतावनी जारी करते हुए 3 बार हवाई फायरिंग की थी।
इसके साथ ही उन्होंने सांप्रदायिक नारेबाजी भी की थी। जिसके बाद पुलिस द्वारा उसे गिरफ्तार भी किया गया। लेकिन बाद में निजी मुचलके पर उसे जमानत दे दी गई थी।
जेल से छूटने के बाद हिंदूवादी संगठनों द्वारा कपिल गुर्जर का शानदार तरीके से स्वागत किया गया था। हिंसा करने के आरोपी कपिल गुर्जर के भाजपा में शामिल होने पर विपक्षी दलों ने सवाल खड़े किए हैं।
सोशल मीडिया पर आम आदमी पार्टी के नेता सौरभ भारद्वाज ने ट्वीट कर लिखा है कि पहले शाहीन बाग वालों ने भाजपा ज्वाइन की, फिर उनपर बंदूक चलाने वाले भाजपा में आ गए। पूरा इन-हाउस प्रोडक्शन भाजपा का है।
इस तरह की प्रतिक्रियाओं से घिरी भाजपा बैकफुट पर चली गई और कपिल गुर्जर की सदस्यता पर पूरा विचार करने लगी।
अब खबर आ रही है कि भाजपा ने कपिल गुर्जर की सदस्यता कैंसिल कर दी है।
भले ही सत्ताधारी दल ने तमाम विरोध के बाद कपिल गुर्जर की सदस्यता को रद्द कर दिया हो मगर उसने संदेश दे दिया है कि इस तरह के अराजक तत्वों की पहली पसंद भाजपा ही है।