लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस ने प्रियंका गांधी को सक्रिय तौर से राजनीति में उतारकर विपक्षियों के लिए मुश्किल खड़ी कर दी है। प्रियंका गांधी को पार्टी का महासचिव बनाए जाने के साथ ही पीएम मोदी और सीएम योगी का गढ़ माने जाने वाले पूर्वी उत्तर प्रदेश की कमान सौंपी गई है।

लंबे समय से यूपी में अपना जनाधार खो चुकी कांग्रेस ने प्रियंका को मैदान में उतारकर पार्टी में एक नया जोश भर दिया है। पार्टी के नेताओं से लेकर कार्यकर्ताओं तक का मानना है कि प्रियंका पूर्वी यूपी से मोदी-योगी के वर्चस्व को ख़त्म करने में सफ़ल होंगी।

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कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने ट्वीटर के ज़रिए कहा, “मोदी जी और अमित शाह कांग्रेस मुक्त भारत की बात करते हैं”। उन्होंने इशारों में कहा, “क्या हम पूर्वी उत्तर प्रदेश में प्रियंका गांधी की एंट्री के साथ मोदी मुक्त वाराणसी और योगी मुक्त गोरखपुर देखेंगे”?

सिब्बल के साथ ही पार्टी का भी मानना है कि प्रियंका की एंट्री से पीर्वी उत्तर प्रदेश में पीएम मोदी और सीएम योगी को कड़ी टक्कर मिलेगी। कांग्रेस का दावा है कि वह प्रियंका के आने से यूपी से बीजेपी की छुट्टी हो जाएगी।

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अब यह दावे कितने सही साबित होते हैं यह तो चुनावों के बाद ही पता चलेगा, लेकिन इतना ज़रूर कहा जा सकता है कि प्रियंका गांधी के आने से कांग्रेस के लिए उत्तर प्रदेश में नई उम्मीद जगी है।

अब यह देखना दिलचस्प होगा कि प्रियंका गांधी कांग्रेस के लिए लंबे समय से बंजर पड़ी उत्तर प्रदेश की ज़मीन पर धान उगाने में कितनी कामयाब होती हैं।

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