गीतकार जावेद अख्तर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में हुई कथित चूक और देश में आए दिन हो रहे मुसलमानों के कत्लेआम के आह्वान की तुलना करते हुए सवाल उठाया है।
जावेद अख्तर ने ट्वीट किया है कि, ”प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद पर एक अस्पष्ट और कई लोगों द्वारा काल्पनिक बताए जा रहे खतरे पर चर्चा करने के लिए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात की और इस पर विचार-विमर्श किया। वो एक LMGs (लाइट मशीनगन) से सुसज्जित बॉडीगार्ड्स के घेरे में बुलेटप्रूफ गाड़ी में बैठे हुए थे। लेकिन, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 20 करोड़ भारतीयों पर नरसंहार के खतरे पर एक शब्द भी नहीं कहा।”
Our PM has met the president to discuss a vague n according to many an imaginary threat to himself when he was in a bullet proof vehicle surrounded by the body guards with LMGs but has not uttered a word when 200 M Indians are openly threatened by a genocide. Why Mr Modi ?
— Javed Akhtar (@Javedakhtarjadu) January 10, 2022
इसके बाद उन्होंने प्रधानमंत्री को ‘मिस्टर मोदी’ कह कर सम्बोधित करते हुए पूछा है कि वो ऐसा क्यों कर रहे हैं?
बता दें कि हिन्दू दक्षिणपंथी देश के अलग-अलग हिस्सों में लगातार धर्म संसद का आयोजन मुसलमानों के कत्लेआम का आह्वान कर रहे हैं। अभी हाल में ही एक वीडियो सामने आया है जिसमें यति नरसिंहानंद के साथ बैठा एक कथित बाबा कुरान पढ़ने वालों को धरती से खत्म करने का आह्वान कर रहा है।
हरिद्वार में हुए धर्म संसद में भी अन्नपूर्णा मां, धर्मदास महाराज, आनंद स्वरूप महाराज, डासना देवी मंदिर के कुख्यात पुजारी यति नरसिंहानंद, सागर सिंधुराज महाराज ने मुसलमानों के खिलाफ जहर उगला था। अब इस तरह के बयान आम होने लगे हैं लेकिन प्रधानमंत्री मोदी ने मुसलमानों के खिलाफ छिड़े इस जंग पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
“क़ुरान के मानने वालों को समाप्त करना होगा”
एक लोकतांत्रिक देश में इस घिनौने भगवा आतंक पर आप सब कब तक चुप रहेंगे @rashtrapatibhvn @narendramodi @AmitShah ?
अगर आप लोग देश का संविधान नहीं बचा सकते हैं तो आप को पद पर रहने का अधिकार नहीं है।
शर्मनाक !! pic.twitter.com/Ne7PWoXXSv
— Vinod Kapri (@vinodkapri) January 8, 2022
यही वजह है कि जावेद अख्तर का सवाल महत्वपूर्ण हो जाता है। प्रधानमंत्री अपनी सुरक्षा में संदेह होने पर भी राष्ट्रपति से चर्चा करते हैं लेकिन देश की 20 करोड़ आबादी यानी मुसलमानों के जनसंहार के आह्वान पर भी चुप्पी साधे रहते हैं।