पांच राज्यों में करारी शिकस्त के बाद बीजेपी और उसके समर्थकों ने फेक न्यूज़ के ज़रिए कांग्रेस को बदनाम करना शुरु कर दिया है।

स्मृति ईरानी द्वारा राहुल गांधी के बयान को तोड़-मरोड़कर पेश किए जाने वाला फेक वीडियो शेयर किए जाने के बाद अब बीजेपी समर्थक लेखिका मधु पूर्णिमा किश्वर ने झूठे दावे करते हुए एक वीडियो पोस्ट किया है।

बीजेपी समर्थक लेखिका ने वीडियो को पोस्ट करते हुए लिखा, “कांग्रेस की जीत को अभी 24 घंटे भी नहीं बीते कि ‘बाबरी मस्जिद लेकर रहेंगे’ और ‘पाकिस्तान ज़िंदाबाद’ के नारे लगने लगे”। उनके इस ट्वीट को एक्टर कोएना मित्रा ने भी रिट्वीट किया है।

सोशल मीडिया पर इस वीडियो को लेकर यह दावा किया जा रहा है कि राजस्थान का है, जहां कांग्रेस की जीत के बाद मुसलमान ने जश्न मनाने के लिए एक जुलूस निकाला, जिसमें पाकिस्तानी झंडों के साथ लोगों ने “पाकिस्तान ज़िंदाबाद” और “बाबरी मस्जिद ले के रहेंगे” जैसे नारे लगाए गए।

हालांकि, जब इस वीडियो की पड़ताल की गई तो पता चला कि यह दो साल पुराना यूपी के संभल का वीडियो है और वीडियो में नज़र आ रहे झंडे पाकिस्तान के नहीं बल्कि भारत की पार्टी इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग के झंडे हैं।

द क्विंट ने इस वीडियो को लेकर एक रिपोर्ट भीकर चुका है। इस वीडियो को 6 दिसंबर 2016 को जुनैद ज़ुबैरी नाम के शख़्स ने यूट्यूब पर पोस्ट या था। इस वीडियो में बाबरी के बारे में तो नारे लगाए गए थे, लेकिन पाकिस्तान ज़िंदाबाद जैसे कोई नारे नहीं लगे थे।

दिलचस्प बात तो यह है कि यह वीडियो एक साल पहले भी खूब वायरल हो चुका है। बस फर्क इतना है कि उस वक्त इस वीडियो को मुसलमानों को बदनाम करने के लिए इस्तेमाल किया जा रहा था और अब कांग्रेस को।  

इस वीडियो को विवादित कैनेडियन लेखक तारिक़ फ़तेह ने भी अपने ट्विटर अकाउंट से शेयर किया है। तारिक ने इस वीडियो को शेयर करतेहुए लिखा, 

“राजस्थान के चुनावी नतीजों के बाद भारतीय मुस्लमान अल्लाह-ओ-अकबर के नारे लगाते हुए हरे पाकिस्तानी झंडे फहरा रहे है”। हालांकि बाद में उन्होंने इसमें थोड़ा सा सुधार करते हुए “पाकिस्तानी झंडे” की जगह “हरे इस्लामी झंडे” शब्द का इस्तेमाल किया। 

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here