देश में हर दिन बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के मामलों के लिए केंद्र में सत्तारूढ़ मोदी सरकार को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है।
दरअसल जब भारत में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ने शुरू हुए थे। तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह पश्चिम बंगाल के चुनाव प्रचार में व्यस्त थे।
भारत में कोरोना की स्थिति का अंदाजा लेने की जगह भाजपा देश में हो रहे विधानसभा चुनाव में सीटों पर जीत का जायजा ले रही थी। इस कड़ी में मद्रास हाईकोर्ट ने आज चुनाव आयोग को लताड़ लगाई है।
दरअसल देश में आई कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में विधानसभा चुनाव के दौरान भारी तादाद में हुई चुनावी रैलियों और रोड शो की वजह से कई राज्यों में स्थिति भयावह हो चुकी है। बता दें, कई राजनीतिक दलों द्वारा चुनाव आयोग से विधानसभा चुनाव प्रचार पर रोक लगाने की मांग की थी।
इस कड़ी में मद्रास हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश संजीब बनर्जी ने सुनवाई के दौरान कहा है कि आज कोरोना संक्रमण की वजह से देश में जो स्थिति है उसके लिए चुनाव आयोग को जिम्मेदार माना जाएगा।
मद्रास हाईकोर्ट का कहना है कि चुनाव आयोग ने राजनीतिक दलों को कोरोना नियमों के उल्लंघन करने की इजाजत दी। चुनाव आयोग पर हत्या के आरोप के तरह मामला दर्ज करना चाहिए।
मद्रास हाईकोर्ट ने यह भी कहा है कि अगर चुनाव आयोग ने 2 मई को कोरोना नियमों का पालन सुनिश्चित करने के लिए कोई उचित योजना नहीं बनाई। तो मतगणना पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी जाएगी।
बता दें, देश में हुए पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के नतीजे 2 मई को घोषित किए जाने वाले हैं।
मद्रास हाईकोर्ट ने कहा है कि इस वक्त देश में स्वास्थ्य सबसे जरूरी है। अगर लोग जिन्दा रह पाएंगे। तभी वह अपने लोकतांत्रिक अधिकारों का इस्तेमाल कर पाएंगे।
इसके साथ ही मद्रास हाईकोर्ट ने चुनाव आयोग के अधिकारियों को फटकार लगाते हुए कहा कि कोरोना की दूसरी लहर में इस तरह की हालात चुनाव आयोग की वजह से बने हैं। इनपर हत्या का केस दर्ज होना चाहिए