क्या भाजपा ने इस चुनाव में बेरोजगारी,शिक्षा और ग्रामीण संकट के मुद्दे से जनता को काट दिया है? और चुनावी भाषणों में सिर्फ राष्ट्रीय सुरक्षा का झूठा हवाला देकर जनता को गुमराह कर रही है। देश 45 सालों में रोजगार अपने न्यूनतम स्तर पर है और नरेंद्र मोदी बस पाकिस्तान और आतंकवाद का डर दिखा रहे हैं। इन सब विषयों पर पूर्व प्रधानमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मनमोहन सिंह ने मीडिया के सामने खुलकर बोला है।
पुलवामा आतंकी हमले और सर्जिकल स्ट्राइक के विषय में उन्होंने कहा कि सबसे सुरक्षित राष्ट्रीय राजमार्ग पर पुलवामा में आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए। यह गंभीर खुफिया और राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर विफलता है।
सिंह ने कहा कि तब ये बात भी सामने आई थी कि यह सामने आया कि सीआरपीएफ और बीएसएफ सैनिकों को एयरलिफ्ट करने के लिए अनुरोध कर रहे थे लेकिन केंद्र सरकार ने इससे इनकार कर दिया। सरकार ने इस दौरान जम्मू-कश्मीर पुलिस से एक आईईडी हमले के बारे में ठोस खुफिया सूचनाओं को भी नजरअंदाज कर दिया, इसके अलावा एक आतंकवादी संगठन की वीडियो चेतावनी पर भी आंखें मूंदे रखी।
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उन्होंने कश्मीर में पीडीपी -भाजपा गठबंधन सरकार को भी कटघरे में लेते हुए कहा की अवसरवादी पीडीपी-भाजपा सरकार के कारण पिछले पांच वर्षों में जम्मू-कश्मीर में आंतरिक सुरक्षा की स्थिति तेजी से बिगड़ी है. यूपीए सरकार के कार्यकाल में भी हमारी सशस्त्र सेनाओं को हमेशा हर खतरे का जवाब देने के लिए खुली छूट थी।
लेकिन भाजपा सरकार उसके साहसिक कार्य अपने भाषणों में प्रयोग कर के सिर्फ वोट की राजनीति कर रही है। देश में नौकरी और आर्थिक संकट का प्रकोप है और नरेंद्र मोदी सिर्फ तथाकथित राष्ट्रीय सुरक्षा का जनता के बीच ढकोसले कर रहे हैं। सच बात तो यह है कि मोदीजी ने प्रति वर्ष दो करोड़ नौकरियों का वादा किया था, लेकिन उनकी नोटबंदी की विघटनकारी नीतियों और त्रुटिपूर्ण जीएसटी ने युवाओं से चार करोड़ से अधिक नौकरियां छीन ली हैं।
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राष्ट्रीय नमूना सर्वेक्षण कार्यालय की रिपोर्ट के अनुसार, बेरोजगारी दर 6.1 फीसदी के साथ 45 साल के उच्च स्तर पर है। जबकि 2011-12 में यूपीए के दौरान यह 2.2 फीसदी थी। उन्होंने कांग्रेस द्वारा इस चुनाव में किये वादे ‘न्याय ‘ स्किम के बारे में कहा की यह योजना देश की गरीब 20 फीसदी आबादी वाले परिवारों को सालाना 72 हजार रुपये की आय का समर्थन मिलेगा।
यह योजना जीडीपी के 1.2 से लेकर 1.5 फीसदी तक असर करेगी। एक सफल अर्थशास्त्री होने के नाते इस स्किम को लेकर मनमोहन सिंह द्वारा बताये गए फायदे रंग तो तब दिखाएगी जब 2019 में फिर से यूपीए गठबंधन की सरकार बनेगी फिलहाल कांग्रेस और मनमोहन सिंह को ‘न्याय ‘ स्किम से एक अच्छी उम्मीद दिखाई देती है।