कल मेरठ में हुई प्रधानमंत्री की रैली पर विपक्षी दलों की नज़र बनी रही। इस जनसभा में पीएम मोदी समेत सीएम योगी और सभी बीजेपी नेताओं ने महागठबंधन यानी की सपा बसपा और आरएलडी पर जमकर निशाना साधा।
पीएम मोदी के तमाम बयान पर बसपा सुप्रीमो मायावती ने पलटवार करने में देरी नहीं लगाई।
उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा- पीएम श्री मोदी ने आज मेरठ से लोकसभा चुनाव अभियान की शुरूआत करते हुए कहा कि मैं अपना हिसाब दूंगा लेकिन विदेश से कालाधन वापस लाकर गरीबों को 15 से 20 लाख रुपये देने व किसानों की आय दोगुणी करने आदि जनहित के मुद्दों का हिसाब-किताब दिये बिना ही वे मैदान छोड़ गए, चौकीदार क्या ईमानदार है।’
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मायावती ने आगे कहा कि ‘व्यक्तिगत, जातिगत व साम्प्रदायिक द्वेष व घृणा की राजनीति करना बीजेपी एण्ड कम्पनी की शोभा है जिसके लिये उनकी सरकार लगातार सत्ता का दुरुपयोग करती रही है। देशहित को सर्वोपरि मानकर ऐसी गरीब, लोकतंत्र व जनविरोधी सरकार से देश को मुक्ति दिलाने के लिए बसपा-सपा-आरएलडी ने गठबंधन किया है।
पीएम श्री मोदी ने आज मेरठ से लोकसभा चुनाव अभियान की शुरूआत करते हुए कहा कि मैं अपना हिसाब दूंगा लेकिन विदेश से कालाधन वापस लाकर गरीबों को 15 से 20 लाख रुपये देने व किसानों की आय दोगुणी करने आदि जनहित के मुद्दों का हिसाब-किताब दिये बिना ही वे मैदान छोड़ गए। चौकीदार क्या ईमानदार है
— Mayawati (@Mayawati) March 28, 2019
बता दें कि उत्तर प्रदेश के मेरठ में एक जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने यूपी में बने सपा-बसपा और आरएलडी के मजबूत गठबंधन की तुलना ‘शराब’ से कर डाली।
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उन्होंने बस तीनों दलों का पहला शब्द जोड़कर कहा कि ये सपा का स, रालोद का रा और बसपा का ब मतलब सराब! ये सराब आपको बर्बाद कर देगी। शराब को सराब कहते हुए पीएम मोदी ने चुनावी सभा में सार्वजनिक तौर पर शराब का नाम ले लिया।