लोकसभा चुनाव के बाद अब हालत बदल चुके है। अब न्यूज़ चैनलों पर एग्जिट पोल नहीं और ना ही इस बात की खीचतान की आखिर जीत किसकी होगी। मगर कई राजनितिक दलों ने टीवी पर होने वाली चर्चाओं में अपने प्रवक्ता भेजने बंद कर दिए है।
इस मामले पर सबसे पहले समाजवादी पार्टी ने अधिकारिक फैसला जारी करते हुए अपने सभी प्रवक्ताओं को बर्खास्त कर दिया। फिर कर्नाटक की सत्ताधारी दल जेडीएस ने भी अपने प्रवक्ताओं को न्यूज़ चैनलों पर जाने पर रोक लगा दी। मगर न्यूज़ चैनल वालों को डिबेट करनी है, ऐसे में अगर पार्टी प्रवक्ता ना भेजे तो उनके समर्थकों से ही काम चला लेगें।
सपा ने किया गोदी मीडिया का बहिष्कार, अखिलेश बोले- हमारे प्रवक्ताओं को TV डिबेट में मत बुलाना
ऐसा ही कुछ हुआ आजतक के टीवी डिबेट शो पर जहां तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता तो नहीं थे मगर उनकी जगह टीएमसी समर्थक बैठे हुए थे। क्योंकि पार्टी ने कोई भी प्रवक्ता टीवी डिबेट नहीं भेजा होगा इस वजह से समर्थक स्टूडियो में आकर बहस करने लगे।
इससे पहले पिछले ही दिनों समाजवादी पार्टी की तरफ से एक पत्र जारी किया गया था। जिसमें देश के सभी इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के ब्यूरो प्रमुख को संबोधित करते हुए लिखा गया कि समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की स्वीकृति से यह फैसला लिया गया है कि अभी तक जितने पैनलिस्ट नामित किए गए थे।
समाजवादी पार्टी के बाद अब JDS का फरमान- कोई भी विधायक या नेता ‘गोदी मीडिया’ से ना करें बात
उन सभी का नॉमिनेशन तुरंत प्रभाव से रद्द किया जाता है। इसके साथ ही मीडिया वालों से स्पष्ट कर दिया गया है कि चैनल की तरफ से सपा के किसी भी नेता को ना बुलाया जाए।