दुनिया में सबसे ज्यादा मंहगा पेट्रोल और डीजल हमारे देश भारत में बिकता है। हालंकि कच्चे तेल का दाम पूरी दुनिया में एक ही है।
दरअसल पेट्रोल डीज़ल का दाम टैक्स जुड़ने के बाद बढ़ता है। अमर उजाला ने 1 जून को प्रकाशित अपनी एक खबर में लिखा है कि,
“इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन के डाटा के मुताबिक, पेट्रोल का दाम मुंबई में 100.72 रुपये (1.39 डॉलर) प्रति लीटर था। न्यूयॉर्क स्टेट एनर्जी रिसर्च एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी के आंकड़ों के अनुसार, न्यूयॉर्क में पेट्रोल की कीमत 0.79 डॉलर प्रति लीटर है।”
प्रोफेसर दिलीप मंडल ने फेसबुक पर साल 2014 और 2021 में पेट्रोल डीज़ल की कीमतों की तुलना करते हुये भाजपा सरकार पर तीखी टिप्पणी की है।
दिलीप मंडल ने लिखा है कि,
“2014 में डीजल और पेट्रोल पर लगने वाला टैक्स कम था और टैक्स का 47% राज्यों को और 53% मनमोहन सरकार को मिलता था। टैक्स अब बेहिसाब बढ़ चुका है।
लेकिन राज्यों को अब टैक्स से हुई आमदनी का 2% मिलता है। बाकी 98% मोदी सरकार रख ले रही है।”
दुनिया में सबसे महंगा पेट्रोल/डीजल भारत में है.
क्योंकि यहां टैक्स रेट सबसे ज्यादा है.
वह टैक्स जाता कहां है?2014 में डीजल/ पेट्रोल पर टैक्स कम था. टैक्स का 47% राज्यों को और 53% मनमोहन सरकार को मिलता था. राज्यों को अब 2% मिलता है. बाकी 98% मोदी सरकार रख रही है. @ptrmadurai pic.twitter.com/JfPkER4zEf
— Dilip Mandal (@Profdilipmandal) June 24, 2021
आज भी दिल्ली में पेट्रोल का दाम 97.50 रुपये है जबकि डीजल का दाम 88.23 रुपये प्रति लीटर है। मुंबई में पेट्रोल की कीमत 103.63 रुपये व डीजल की कीमत 95.72 रुपये प्रति लीटर है।
कोलकाता में पेट्रोल 97.63 और डीजल 91.15 रुपये प्रति लीटर में बिक रहा है। चेन्नई में पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ने के बाद क्रमशः 98.88 और 92.89 रुपये प्रति लीटर है।
वहीं लखनऊ में पेट्रोल 94.95 रुपये और डीजल 88.71 रुपये प्रति लीटर है। पटना में पेट्रोल 97.95 रुपये और डीजल 93.63 रुपये प्रति लीटर है।
देश के हर राज्य में पेट्रोल और डीज़ल के भाव बढ़ने से विपक्षी पार्टियां विरोध कर रही हैं। वहीं सत्ताधारी भाजपा के नेता कुछ भी नहीं बोल रहे हैं। ये नेता वहीं हैं जो 2014 से पहले पेट्रोल के दाम बढ़ने पर सड़कों पर दिखाई देते थे।