प्रधानमंत्री मोदी ने भले ही अच्छे दिन का वादा भारत की आम जनता से किया हो लेकिन असल में अच्छे दिन उद्योगपति मुकेश अंबानी के आ गए हैं। ब्लूमबर्ग बिलेनियर इंडेक्स के मुताबिक, आज की तारीख में मुकेश अंबानी की कुल दौलत 4480 करोड़ डॉलर यानी करीब 3.18 लाख करोड़ रुपये है।

ब्लूमबर्ग बिलेनियर इंडेक्स के अनुसार, मुकेश अंबानी की दौलत 2014 के बाद दोगुना से भी अधिक बढ़ी है। इस इंडेक्स के मुताबिक 2014 के जनवरी तक मुकेश अंबानी की संपत्ति 19.9 बिलियन थी जो आज 6 दिसंबर 2018 को बढ़ कर 44.8 बिलियन पहुंच चुकी है।

मुकेश अंबानी की दौलत में साल 2016 के बाद करीब 25 बिलियन का उछाल आया है। और कुल 44.8 बिलियन की दौलत के साथ मुकेश अंपनी अब दुनिया के 14वें सबसे अमीर व्यक्ति बन चुकें हैं।

आपको बता दें कि मुकेश अंबानी रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन हैं और दुनिया की सबसे बड़ी ऑयल रिफाइनिंग कॉम्पलेक्स के मालिक भी हैं। दूसरे बिजनेस में उनके पास भारत के दूरसंचार क्षेत्र का सबसे बड़ा ग्राहकों वाला रिलायंस जियो है।

विवादों में रिलायंस इंडस्ट्रीज

मोदी सरकार के कार्यकाल के दौरान ही मुकेश अंबानी की दौलत का दोगुना हो जाना कई सवाल खड़े करता है। बीते दिनों दिल्ली में उनकी कंपनी रिलायंस जियो पर सरकारी कंपनी MTNL के कार्मचारी संगठनों द्वारा भी कई आरोप लगाए गए थे। कार्मचारियों का आरोप था कि मोदी सरकार ने रिलायंस जियो को भारत में पैर पसारने के भरपूर मौके दिए हैं।

कर्मचारी संगठनों ने मोदी सरकार पर आरोप लगाते हुए अपने यह कहा था कि रिलायंस जियो को भारत में देश की नंबर वन दूर संचार कंपनी बनाने में मोदी सरकार का अहम किरदार है।

संगठन के अनुसार मोदी सरकार ने MTNL को भारत में 4G स्पेक्ट्रम नहीं दिया जिससे भारत में जियों के आगे यह सरकारी कंपनी कभी खड़ी ही नहीं हो पाई। कर्मचारी संगठनों के अनुसार मोदी सरकार ने मुकेश अंबानी की जियो को भारत में सरकारी संरक्षण दिया है।

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