लोकसभा चुनाव के मद्देनज़र भारतीय चुनाव आयोग ऐक्टिव मोड में नज़र आ रहा है। चुनाव में किसी तरह की गड़बड़ी न हो, इसके लिए चुनाव आयोग के अधिकारी नेताओं और उनके काफिले में चल रही गाड़ियों की तलाशी कर रहे हैं।
इस बीच चुनाव आयोग के अधिकारियों पर यह आरोप भी लग रहे हैं कि वो जानबूझकर ग़ैर-भाजपाई नेताओं को परेशान करने के लिए सिर्फ उनकी ही गाड़ियों की तलाशी कर रहे हैं। दावा किया जा रहा है कि चुनाव आयोग के अधिकारी बीजेपी नेताओं की गाड़ियों की कोई तलाशी नहीं कर रहे, जबकि उनमें संदिंग्ध चीज़ें मिलने की आशंका है।
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इसी कड़ी में सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया जा रहा है। जिसमें यह दावा किया जा रहा है कि कर्नाटक के चित्रदुर्ग में चुनावी रैली करने पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हेलीकॉप्टर से एक संदिग्ध बॉक्स को उतारकर वहां खड़ी एक इनोवा में रखा गया, जो थोड़ी ही देर में ग़ायब हो गई।
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इस वीडियो को लेकर चुनाव आयोग को कटघरे में खड़ा किया जा रहा है। कांग्रेस से जुड़े श्रीवत्स ने ट्विटर के ज़रिए सवाल उठाते हुए कहा, “बॉक्स सुरक्षा प्रोटोकॉल का हिस्सा क्यों नहीं था? पीएम के काफिले का इनोवा हिस्सा क्यों नहीं था? किसकी कार थी”?
Suspicious box was offloaded from the PM's helicopter in Chitradurga, Karnataka today.
It was rushed to a waiting Innova, which then sped away
The question is,
Why was the box not part of security protocol?
Why wasn't the Innova part of PM's convoy? Whose car was it?
(1/n) pic.twitter.com/lJWVPC5neb
— Srivatsa (@srivatsayb) April 13, 2019
बता दें कि पिछले हफ्ते ही कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमारास्वामी ने चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा था कि उन्हें और उनके परिवार को परेशान करने के लिए दो दिन के भीतर उनकी कार की 13 से 14 बार तलाशी ली गई।