उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले घट रही घटनाएं सियासी माहौल को पूरी तरह से बदल चुकी हैं। भारतीय जनता पार्टी लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा की वजह से मुसीबत में आ गई है। लोगों में किसानों के साथ हुई हिंसा को लेकर आक्रोश है।
आज ऑल इंडिया मजलिस इत्तेहादुल मुस्लिमीन के अध्यक्ष उत्तर प्रदेश के बलरामपुर पहुंचे हैं। जहां पर उन्होंने लखीमपुर खीरी में घटी घटना को लेकर मोदी सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सवाल पूछा है कि वह लखीमपुर खीरी घटना के आरोपी आशीष मिश्रा के अब्बा जान को नहीं हटाएंगे? क्या आशीष मिश्रा के अब्बा जान के खिलाफ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कोई कार्यवाही नहीं करेंगे?
मोदी सरकार द्वारा केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा को इसलिए नहीं हटाया गया। क्योंकि वह ऊंची जाति से ताल्लुक रखते हैं। असदुद्दीन ओवैसी ने दावा किया है कि अगर आशीष मिश्रा की जगह कोई अतीक नाम का आरोपी होता। तो अब तक उसके घर पर बुलडोजर चला दिया गया होता।
इस दौरान भाजपा सरकार पर तंज कसते हुए असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि पार्टी को अपना सिंबल बदल लेना चाहिए। उन्हें अपना सिंबल थार जीप रख लेना चाहिए। जिसने देश के किसानों को कुचला है। क्या भाजपा सरकार के बुलडोजर पर यह लिखा है कि सिर्फ राज्य के मुसलमानों के घर तोड़े जाएं।
आपको बता दें कि शनिवार को लखीमपुर खीरी हिंसा के आरोपी आशीष मिश्रा को लगभग 12 घंटे तक पूछताछ किए जाने के बाद गिरफ्तार किया गया है। उत्तर प्रदेश पुलिस ने बताया है कि आशीष मिश्रा से घटना से जुड़े सवाल पूछे जा रहे थे और वह पूछताछ में सहयोग नहीं कर रहा था। इसकी वजह से उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। गौरतलब है कि लखीमपुर खीरी हिंसा उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा सुप्रीम कोर्ट की दखलंदाजी के बाद आरोपी की गिरफ्तारी की गई है। इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने योगी सरकार को भी फटकार लगाई गई है।