अगर भारत में नई सरकार विपक्षी पार्टी कांग्रेस की बनती है तो हो सकता है कि वो पाकिस्तान के साथ बातचीत को लेकर डरी हुई हो। बीजेपी दक्षिणपंथी पार्टी है और वो जीतती है तो कश्मीर को लेकर बातचीत आगे बढ़ सकती है।
हालांकि मोदी के भारत में मुसलमान पूरी तरह से ख़ुद को अलग-थलग महसूस कर रहे हैं ये बयान किसी और का नहीं बल्कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान का है जिन्होंने हाल ही बयान देते हुए मोदी सरकार बनाने की उम्मीद जताई है।
वहीं इससे पहले बीजेपी समेत पीएम मोदी कांग्रेस पर पाकिस्तान परस्त होने आरोप लगाते रहें है। एयरस्ट्राइक के बाद भी सबूत मांगने के सवाल पर पीएम मोदी ने कहा था कि कांग्रेस के नेता और पाकिस्तान की भाषा में कोई फर्क नहीं है वो पाकिस्तान की बोली बोल रहें है।
पाकिस्तान क्यों चाहता है मोदी फिर PM बने? क्या इमरान ने BJP को जिताने के लिए पुलवामा कराया?
अब इस बयान पर कांग्रेस प्रवक्ता पंखुड़ी पाठक ने पीएम मोदी पर सवाल किया है। पंखुड़ी ने सोशल मीडिया पर लिखा- अभी भारत में जो हो रहा है उसके बारे में मैंने कभी सोचा तक नहीं था कि ऐसा भी होगा।
भारत में मुसलमानों की पहचान पर हमला हो रहा है। मोदी इसराइल के पीएम बिन्यामिन नेतन्याहू की तरह हैं। दोनों डर और राष्ट्रवादी भावना के आधार पर चुनाव जीतना चाहते हैं।
नरेंद्र मोदी कहते हैं कांग्रेस पाकिस्तान की भाषा बोलती है, लेकिन यहाँ तो पाकिस्तान ही भाजपा की भाषा बोल रहा है। अगर मोदी सरकार से इतना ‘डरा हुआ’ है पाकिस्तान, तो फिर वापस क्यूँ चाहता है मोदी सरकार? क्या इसमें दोनों का फ़ायदा है? ये रिश्ता क्या कहलाता है?
नरेंद्र मोदी कहते हैं कांग्रेस पाकिस्तान की भाषा बोलती है ,
लेकिन यहाँ तो पाकिस्तान ही भाजपा की भाषा बोल रहा है ।अगर मोदी सरकार से इतना ‘डरा हुआ’ है पाकिस्तान , तो फिर वापस क्यूँ चाहता है मोदी सरकार ?
क्या इसमें दोनों का फ़ायदा है ?ये रिश्ता क्या कहलाता है ? ? pic.twitter.com/ZUlim8haZl
— Pankhuri Pathak پنکھڑی (@pankhuripathak) April 10, 2019
बता दें कि पुलवामा हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया था। जिसके बाद भारतीय वायुसेना ने एयरस्ट्राइक करते हुए पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में बम गिराने का दावा किया था।