मुंबई में गुरुवार शाम छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस (सीएसटी) स्टेशन के पास फुटओवर ब्रिज गिरने से मलबे में दबकर 3 महिलाओं समेत 6 लोगों की मौत हो गई जबकि 36 लोगों के घायल हो गए। घायलों का अस्पताल में इलाज चल रहा है, जो अपनी ज़िंदगी की जंग लड़ रहे हैं।
हादसे के बाद महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने मृतकों को परिजनों के लिए पांच-पांच लाख रुपये देने और घायलों को 50-50 हजार रुपये की सहायता देने की घोषणा की है। उन्होंने इस घटना की उच्चस्तरीय जांच कराने का भी आदेश दिया है।
हालांकि देवेंद्र फड़नवीस की मुआवज़े की इस घोषणा से लोग संतुष्ट नहीं हैं। पत्रकार साक्षी जोशी ने ट्विटर के ज़रिए बताया कि वह इस वक्त हादसे की जगह पर मौजूद हैं, जहां लोगों में सरकार और व्यवस्था के ख़िलाफ़ ज़बरदस्त आक्रोश है।
BJP प्रवक्ता बोलीं- मुंबई ब्रिज हादसे के लिए सरकार नहीं ब्रिज पर चलने वाले जिम्मेदार हैं
उन्होंने बताया कि एक शख़्स ने इस हादसे के बाद मुआवज़े की घोषणा पर ग़ुस्सा ज़ाहिर करते हुए कहा, “काश ये राजनेता ऐसे पुलों के ऊपर से गुज़रते हुए मर जाते और जनता उनके परिवार को 6 लाख रुपये देती”।
I’m at the #MumbaiBridgCollapse site.. and most angry reaction was by a man who said,” I wish these politicians die on such foot over bridges and the public will give 6 lac rupees to their family.”
— Sakshi Joshi (@sakshijoshii) March 15, 2019
बताया जा रहा है कि यह हादसा ब्रिज पर ओवरलोडिंग की वजह से हुआ। बीएमसी आपदा नियंत्रण ने कहा, “यह घटना गुरुवार शाम 7.35 पर तब घटी, जब पुल पर जरूरत से ज्यादा लोगों का वजन बढ़ गया”। बता दें कि पिछले 18 महीनों में शहर में फुटओवर ब्रिज गिरने गिरने की यह तीसरी घटना है।
वहीं इस हादसे के बाद मुंबई पुलिस ने बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) और भारतीय रेलवे के अधिकारियों के खिलाफ गैर-इरादतन हत्या का मामला दर्ज कर लिया है। बता दें कि बीएमसी ने तीन दशक पुराने इस ब्रिज का छह महीने पहले ही निरीक्षण किया था, जिसमें ब्रिज को इस्तेमाल के लिए सेफ़ बताया गया था।