सच में मोदी हैं तो मुमकिन है: पहली बार पेट्रोल से ज़्यादा हुए डीजल के दाम, डीजल 80 पार

पेट्रोल-डीजल की कीमत देश में लगातार 19 वें दिन बढ़ी हैं। पेट्रोलियम के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है कि राजधानी दिल्ली में डीजल की कीमत 80 रुपये प्रति लीटर के पार पहुंच गई हैं। साथ ही साथ भरतीय इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है जब डीजल 80 के पार पहुंचा है। दिल्ली में डीजल की कीमत में 14 पैसे की बढ़ोतरी के साथ अब नई कीमत 80.02 रुपए प्रति लीटर हो गई है। वहीं पेट्रोल की कीमत में भी 16 पैसे की बढ़ोतरी हुई है। इन 19 दिनों में पेट्रोल 8.66 रुपये और डीजल 10.62 रुपये प्रति लीटर महंगा हो चुका है।

नेताओं के बहुरूपिया बयानों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हकीकत में बदल दिया है। देश का प्रधानमंत्री बनने से पहले मोदी कहते थे, “बहुत हुई पेट्रोल-डीजल की मार, अबकी बार मोदी सरकार।” लेकिन अब देश के इतिहास में पहली बार डीजल की कीमतों ने पेट्रोल की कीमतों को पीछे छोड़ दिया है। देश में लगातार 19वें दिन तेल की कीमतों में बढ़ोतरी हुई है।

मोदी है तो मुमकिन है का नारा देने वाले पीएम मोदी और बड़ी-बड़ी बातें करने वाली भाजपा ने देश की उम्मीदों पर पानी फेर दिया है। बाबा रामदेव 2014 से पहले कहा करते थे कि अगर देश मे मोदी सरकार आ गई तो पेट्रोल 35 रुपये लीटर बिकेगा। अब बाबा भी चुप चाप साधना में चले गए हैं।

हालांकि ये स्थिति सिर्फ दिल्ली में है। देश के बाकी हिस्सों में अभी भी पेट्रोल के मुकाबले डीजल का रेट कम है। दिल्ली में बढ़ी कीमत का एक कारण वैट टैक्स भी है। दिल्ली सरकार ने लॉकडाउन के दौरान डीजल पर वैट की दर को बढ़ा दिया था।

सबसे ज़्यादा ध्यान देने वाली बात ये है कि, अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम बहुत कम हैं। बावजूद इसके देश में लगातार 18 वें दिन तेल कीमतों में बढ़ोतरी से केंद्र की मोदी सरकार पर सवाल गंभीर सवालउठ रहे हैं। लॉकडाउन में जब लोगों की नौकरियां चली गईं हैं तब मोदी महंगाई बढ़ा रहे हैं। बात दें कि हाल ही में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखकर इस पर चिंता जाहिर की थी और सरकार से तेल कीमतों को पर लगाम लगाने की अपील की थी।

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