आर्थिक मोर्चे पर नाकाम मोदी सरकार के मंत्री पीयूष गोयल ने अर्थशास्त्र का नोबेल पुरस्कार जीतने वाले अभिजीत बनर्जी की समझ पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने कहा कि अभिजीत की समझ के बारे में सब जानते हैं, वह कांग्रेस की जिस न्याय योजना का गुणगान कर रहे थे, उसे देश ने नकार दिया।

शुक्रवार को मीडिया से बात करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा, ”अभिजीत बनर्जी को नोबल पुरस्कार मिला है। मैं उन्हें बधाई देता हूं लेकिन उनकी समझ के बारे में तो आप सब जानते हैं। उनकी जो सोच है, वो पूरी तरह से लेफ्ट की है। उन्होंने न्याय योजना को समर्थन दिया था और न्याय के बारे में बड़े गुणगान किए थे लेकिन भारत की जनता ने पूरी तरह से उनकी सोच को खारिज कर दिया”।

बता दें कि भारतीय मूल के अमेरिकी अर्थशास्‍त्री अभिजीत बनर्जी को उनकी पत्‍नी एस्‍टर डुफ्लो और हार्वर्ड के प्रोफेसर माइकल क्रेमर के साथ संयुक्‍त रूप से इस साल का नोबेल पुरस्कार दिया गया है। ये पुरस्कार उनके द्वारा किए गए शोध ‘वैश्विक गरीबी खत्म करने के प्रयोग’  के लिए दिया गया।

अभिजीत बनर्जी वही शख़्स हैं, जो केंद्र की मोदी सरकार की आर्थिक नीतियों पर सवाल खड़े करते रहे हैं। उन्होंने मोदी सरकार द्वारा लागू की गई नोटबंदी को अर्थव्यवस्था के लिए घातक बताते हुए इसकी जमकर आलोचना की थी। इसके साथ ही लोकसभा चुनावों में कांग्रेस गरीबी हटाने की जिस ‘न्याय’ स्कीम को लेकर मैदान में उतरी थी उसे तैयार करने में अभिजीत बनर्जी का दिमाग लगा था।

इसके अलावा हाल ही में उन्होंने अमेरिका के एक न्यूज़ चैनल को दिए इंटरव्यू में भारतीय अर्थव्यवस्था पर चिंता व्यक्त की थी। उन्होंने कहा था, ”भारतीय अर्थव्यवस्था की स्थिति डगमगाती हुई है। वर्तमान (विकास के) आंकड़ों को देखने के बाद, (निकट भविष्य में अर्थव्यवस्था के पुनरोद्धार) को लेकर निश्चिंत नहीं हुआ जा सकता है”। अभिजीत अपने इन्हीं सब बयानों की वजह से बीजेपी के निशाने पर हैं।

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