गाजीपुर : चौकीदार चोर है… चौकीदार चोर है… राफ़ेल डील विवाद के बाद राहुल गाँधी का दिया ये नारा, सरकार की विपक्षी पार्टियों से लेकर सोशल मीडिया यूज़र्स तक के ज़बान पर चढ़ा हुआ है। इस क़दर की अब तो ख़ुद भाजपा की सहयोगी पार्टियों ने भी इसके ज़रिये पीएम मोदी पर निशाना साधते नहीं चूकती हैं। कुछ दिनों पहले शिव सेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने भी मोदी पर निशाना साधने के लिए ‘चौकीदार चोर है’ नारे का इस्तेमाल किया था। पीएम मोदी इससे इतने परेशान हैं कि अब उन्हें जनता के बीच जाकर चौकीदार (पीएम मोदी) चोर नहीं है, ऐसी सफ़ाई देनी पड़ रही हैं।

आज ग़ाज़ीपुर में रैली के दौरान पीएम ने जनता के बीच सफ़ाई दी की चौकीदार चोर नहीं है। प्रधानमंत्री कार्यालय के अधिकारिक ट्वीटर हैंडल PMO India (@PMOIndia) से ट्वीट किया गया कि, चौकीदार लगन और मेहनत से दिन-रात काम कर रहा है-

एक तरफ़ पीएम मोदी अपनी चौकीदारी को बेदाग़ साबित करने पर पूरा ज़ोर आज़मा रहे थे तो दूसरी ओर लोग अडानी-अंबानी का नाम लेकर उनके हौसले पस्त कर रहे थे। पीएम पीएमओ के ट्वीट पर लोगों ने जो प्रतिक्रियाएँ दी उसमें अडानी-अंबानी का नाम लेते हुए पीएम पर निशाना साधा गया। एक ट्वीटर यूज़र ने लिखा-

जय अंबानी, जय अडानी

भावनाओं को समझ रहे हैं मोदी जी।

तो वहीं एक दूसरे ट्वीटर यूज़र ने कहा कि मोदी जी आप कोर्ट में हलफ़नामा भी दे दीजिए तब भी लोग यही कहेंगे कि चौकीदार ही चोर है-

देखा आपने राफ़ेल डील विवाद के बाद मोदी जी की चौकीदारी पर उठा सवाल थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। आलम ये है कि अब ख़ुद पीएम को बार-बार सफ़ाई देनी पड़ रही है। इससे पहले भी वो हिमाचल में जनता को संबोधित करते हुए चौकीदार को ईमानदार बता चुके हैं। पर लोग हैं कि मानने को तैयार ही नहीं है। और इससे घबराए मोदी जी को ये डर खाए जा रहा है कि अगर 2019 के आम चुनाव तक वो जनता को ये समझाने में कामयाब नहीं हुए कि चौकीदार चोर नहीं, बल्कि ईमानदार है तो कहीं जनता उनसे देश की चौकीदारी छीन न ले।

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