अमेरिका के पोयंटर इंस्टीट्यूट फॉर मीडिया स्टडीज द्वारा जारी झूठी या भ्रामक जानकारी फैलाने वाली वेबसाइट में दो भारतीय समाचार वेबसाइट, पोस्टकार्ड न्यूज और इंडियाटाइम्स का नाम शामिल किया है।

पॉइंटर ने भारतीय समाचार वेबसाइट फ़र्स्टपोस्ट को भी सूचीबद्ध किया था। जिसके बाद पोर्टल ने सूची में इसके शामिल किए जाने पर कड़ी आपत्ति जताई। फर्स्ट पोस्ट ने ट्विटर पर इसका विरोध किया और लिखा कि पॉइंटर ने चतुराई से उनका नाम सूची में शामिल किया।

फर्स्टपोस्ट दैनिक पत्रकारिता करता है और संतुलित खबरों के लिए प्रतिष्ठित है। साथ ही पॉइंटर को निशाना बनाते हुए ये भी ट्वीट किया कि, ‘जब सर्वेक्षण चल रहा था तब पैरोडी समाचार वेबसाइट फ़ेकिंग न्यूज़ फ़र्स्टपोस्ट के डोमेन नाम का एक हिस्सा था….इसे नज़रअंदाज़ किया गया.’

बता दें फ़र्स्टपोस्ट और एक यूएस-आधारित मीडिया हाउस को हटाने के लिए सूची को बाद में अपडेट किया गया है। टाइम्स इंटरनेट द्वारा संचालित इंडिया टाइम्स और पोस्टकार्ड न्यूज़ ने अब तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।

इससे पहले 2018 में पोस्टकार्ड के फाउंडर महेश विक्रम हेगड़े झूटी खबर फ़ैलाने के आरोप में बेंगलुरु में जेल की हवा खा चुके हैं। बेंगलुरु में मुस्लिमों द्वारा एक जैन साधु पर हमला किए जाने के बारे में पोस्टकार्ड न्यूज पर प्रकाशित फर्जी खबर के पीछे महेश हेगड़े का हाथ था।

फिलहाल महेश भी ट्विटर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रंग में रंगे हुए हैं और उन्होंने भी अपने नाम के आगे ‘चौकीदार’ शब्द जोड़ लिया है। महेश के ट्विटर पर 144 हज़ार फोल्लोअर्स हैं। उन्हें खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ट्विटर पर फॉलो करते हैं।

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