राष्ट्रीय जांच एजेंसी CBI में जारी उठापटक के बीच सीबीआई के अधिकारियों ने अध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर की शरण में जाने का फ़ैसला किया है। सकारात्मकता को बढ़ाने के लिए सीबीआई के मुख्यालय में श्री श्री रविशंकर की संस्था आर्ट ऑफ लिविंग के ज़रिए एक वर्कशॉप का आयोजन किया जा रहा है।

10 नवंबर से शुरू हो रही आर्ट ऑफ लिविंग की यह वर्कशॉप तीन दिन तक चलेगी। इस वर्कशॉप में CBI के करीब 150 से ज्यादा अधिकारी शामिल होंगे। तीन दिवसीय कार्यक्रम सुबह सवा नौ बजे से लेकर दोपहर एक बजे तक चलेगा, जिसमें अधिकारियों के अंदर सकारात्मक ऊर्जा को प्रदान करने की कोशिश की जाएगी।

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दरअसल, हाल के दिनों में सीबीआई के दो बड़े अधिकारी CBI निदेशक आलोक वर्मा और विशेष निदेशक राकेश अस्थाना के बीच विवाद देखा गया था।

इस विवाद ने देश की राजनीति से लेकर हर तबके को काफी प्रभावित किया। इस मामले ने इतना तूल पकड़ा कि सीबीआई को कटघरे में खड़ा किया जाने लगा। जिसके बाद यह वर्कशॉप करवाने का फैसला किया गया है।

CBI मुख्यालय में श्री श्री रविशंकर की इस वर्कशॉप को लेकर सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता प्रशांत भूषण ने तंज़ कसा है। उन्होंने ट्विटर के ज़रिए कहा, “अलोक वर्मा को सीबीआई निदेशक के पद से हटाने और उनकी जगह भ्रष्ट अधिकारी नागेश्वर राव को बिठाने के बाद, सीबीआई सकारात्मकता और स्वस्थ वातावरण के लिए श्री श्री रविशंकर की वर्कशॉप का आयोजन कर रही है! जल्द ही हम तात्रिकों, ज्योतिषियों और सपेरों को सीबीआई में देखेंगे”!

बता दें कि CBI के अंतरिम निदेशक एम नागेश्वर राव पहले भी कई ऐसे धार्मिक आस्था वाले काम अपने पुराने कार्यकाल में करवा चुके हैं। राव के लिए सरकारी दफ्तर में धार्मिक आस्था वाले काम कराना कोई नई बात नहीं है।

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