बॉलीवुड के दिवगंत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की आत्महत्या मामले में सुप्रीम कोर्ट ने बड़ा फैसला सुनाते हुए CBI को इसकी जांच का जिम्मा सौंप दिया है। इसके साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने महाराष्ट्र सरकार और मुंबई पुलिस को इस मामले से जुड़े सभी दस्तावेज और जानकारी सीबीआई को मुहैया करवाने के निर्देश दिए हैं।

गौरतलब है कि सुशांत सिंह राजपूत की आत्महत्या के बाद उनके समर्थकों और परिवार द्वारा लगातार सीबीआई जांच की मांग की जा रही थी। लेकिन बड़ा सवाल यह उठता है कि क्या सीबीआई सुशांत मामले को सुलझा पाएगी या नहीं ?

क्योंकि साल 2016 में दिल्ली की जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी से लापता हुए छात्र नजीब अहमद को सीबीआई अब तक ना तो तलाश कर पाई है और ना ही इस मामले को सुलझा पाई है।

जेएनयू केंपस में एबीवीपी के कार्यकर्ताओं के साथ हुई मारपीट के बाद 14 अक्टूबर 2016 की रात के बाद से ही नजीब अहमद लापता है। इस मामले में दिल्ली पुलिस द्वारा जांच पड़ताल किए जाने के बाद इसे सीबीआई को सौंपा गया था। लेकिन किसी भी जांच एजेंसी को अब तक नजीब अहमद से जुड़ी कोई जानकारी उपलब्ध नहीं हो पाई है।

आपको बता दें कि जिस तरह से सुशांत सिंह राजपूत के परिवार और उनके समर्थकों द्वारा उनकी मौत के मामले को सुलझाने की मांग उठी है।

बिल्कुल इसी तरह जेएनयू कैंपस से गायब हुए नजीब अहमद के परिवार, खास तौर पर उनकी मां फातिमा नफीस ने कई बार उनके बेटे को ढूंढने और उसे इंसाफ देने की गुहार लगाई है।

साल 2016 से लेकर साल 2020 की शुरूआत तक दिल्ली के जेएनयू समेत जामिया यूनिवर्सिटी, दिल्ली यूनिवर्सिटी, अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी और कई शैक्षणिक संस्थानों में प्रदर्शन किए गए हैं। जिनमें देश की सुरक्षा एजेंसियों और सरकार से एक ही सवाल पूछा गया कि इतने सालों से आखिर नजीब को क्यों नहीं तलाश पाएं?

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