साल 2016 से लेकर अगस्त 2018 तक उत्तर प्रदेश में नए बेरोज़गारों की तादाद 9 लाख तक पहुँच गई है। लेकिन सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ को बेरोज़गारी की समस्या पर ध्यान देने के बजाए हिंदू-मुसलमान, गाय, दुर्गा पूजा-मुहर्रम, अली-बजरंग बली करने में ज़्यादा मज़ा आता है।
सीएम योगी आदित्यनाथ कल पश्चिम बंगाल में हिंदू-मुसलमान कर रहे थे और आज उनकी सरकार ने मुज़फ़्फ़रनगर दंगों के 38 आरोपियों से केस हटाने का आदेश दिया है। यानी लोकसभा चुनाव से ठीक पहले माहौल की हिंदू-मुसलमान के रंग में रंग देने की पुरज़ोर कोशिश हो रही है।
अगर बीजेपी और योगी सरकार ने युवाओं, बेरोज़गारों के लिए काम किया होता तो उन्हें चुनाव जीतने के लिए साम्प्रदायिक बोलों की ज़रूरत नहीं पड़ती। ख़ैर साम्प्रदायिक छवि की पार्टी बीजेपी और ऐसे ही छवि वाले सीएम योगी आदित्यनाथ और उनकी सरकार से बहुत ज़्यादा उम्मीद भी नहीं की जा सकती है।
बहरहाल,
यूपी में बढ़ती बेरोज़गारी की बात ख़ुद योगी सरकार के श्रम और सेवायोजन मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य भी मानते हैं। मौर्या मानते हैं कि, 2017-18 के दौरान सरकारी सेक्टर में नौकरियाँ घटी हैं। हालांकि वो कहते हैं कि प्राईवेट सेक्टर में नौकरियाँ बढ़ी हैं। साथ ही मौर्या बढ़ती बेरोज़गारी के लिए बढ़ती आबादी को ज़िम्मेदार ठहराते हैं।
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यूपी में बेरोज़गारी का आलम समझना है तो इस उदाहरण से समझिए कि, यहाँ कि पुलिस विभाग ने पिछले साल 2018 में टेलीफ़ोन मैसेंजर पद (चपरासी स्तर) के लिए 65 पदों पर आवेदन निकाले थे। विभाग ने 5वीं कक्षा पास वालों से ये आवेदन माँगे थे।
लेकिन जिन लोगों ने आवेदन किया उनको देखकर पुलिस विभाग के होश उड़ गए। आवेदनकारियों में शामिल थे,
3700 पीएचडी होल्डर्स
50 हज़ार ग्रेजुएट
28 हज़ार पोस्ट ग्रेजुएट
इतना ही नहीं चयनकर्ताओं को मिले 93 हज़ार आवेदनों में से सिर्फ़ 74 सौ आवेदक ही पाँचवी पास थे।
ग़ौरतलब है कि पिछले दिनों बिज़नेस स्टैंडर्ड द्वारा प्रकाशित NSSO रिपोर्ट में इसका ख़ुलासा हुआ था कि, देश में बेरोज़गारी ने 45 सालों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। साल 2017-18 में इतनी बेरोज़गारी रही है जितनी पिछले 45 सालों में नहीं थी। इस रिपोर्ट के आने के बाद यूपी में भी बेरोज़गारी को लेकर बहस छिड़ी हुई है।
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बेलगाम बेरोज़गारी पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी ने सरकार को कटघरे में खड़ा किया है। उन्होंने ट्वीट किया कि-
“किसानों को सही दाम नहीं मिलता,
युवाओं को सही काम नहीं मिलता।
जुमले-राजा के चौपट राज में,
किसी कर्मयोगी को सम्मान नहीं मिलता।“
किसानों को सही दाम नहीं मिलता,
युवाओं को सही काम नहीं मिलता।
जुमले-राजा के चौपट राज में,
किसी कर्मयोगी को सम्मान नहीं मिलता।https://t.co/iPeBHrPPrH— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) February 6, 2019